पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/७७८

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

to झका (हि.पु.) १ वायुका तल झका। २ भरड़।। मका पूरभाग रंघना-दीपा का पार्मा समय, भो (वि.वि.) वो व्यर्थ की बकवाट करता हो। म पाटम चन्द्रभागा पीर विमा मदियां माम २ सनको, जिसे झक मयार हो। तक विकोपभूमि, माद उम मयुश होना गदिखाक झख (हि.स्त्री) झीखनेका भाव। शिमार ने कर मिन्मागर दोमाय नक मिसन झवस (Eि H० ) प्रयोग देखो। । भूभाग रावतो नदीमकी दरियो मोमाम प्रया. झगझगायमान (म'• वि०) झगझग-ययड, गानघ। हित है। इम जिनको भूमि बन जपो मोनो। त: या सोपथ । पा ॥९॥ देदीप्यमान, धमकोना। पूर्व मागम सचा पाद पार पालुकामय घषधाम झगडमा ( कि.) झगड़ा करना, महना। देखा जाता है। विभाग रायमो कुनपी भूभाग झगड़ा (Eिपु. ) लड़ाई, तकरार, टा, पपेड़ा। । पीर पितम्ता महाक माय मामम्यान जबर पर मोने झगडाम्न (Eिपि.) कनारिय, जो यात घास, झगड़ा दोनी पोर गहमागास पपिम फनपा म्यानक भूमि करता हो। अपरा और यजमाको भागा नदी ७ मोन भगति ( अध्यय ) झटिति एपोदरादित्वात् । अल्द। पूर्व की उर्वरा मियभूमि मठमा जनगन्य पनुराग भगर (हि.पु.) एक प्रकारका पक्षो। भूमिमें परिणत हो गई है। पिसना पोर पन्द्रभागाका झगा (Eि पु० ) कोटे पाक पहननेफा कुछ टोना मध्यवर्ती भूभाग पर मिफ नदी किनारे सी कुरता। होतो । यितमा दूमरे किनारे मिन्धुमागरमाही नाम: झदार (म.पु.) घन-कारः झन् प्रत्ययलगप्दम्य | 'पहार सयको भूमि पायमा उ म्प स कारः करण यव । १ भमर प्रभृतिका गुन्नन, भोर, शिलेके केयन कपमा सामे यार बसेसपोर मिगुर सत्यादिका पद । २ झन् झन् गन्द। पयस्त शेप गाम पनुरा। कई जगदशनमाणो पोर . ध्वनि, मनकार। मतागन्य मभाग तथा उत्तरगया गर्म एक माशोन झारिणी (म.पो०) महार पम्ता नि डोप ।। मदीका कगा पड़ा है। १ गहा। २ भिटोग। म जिनमें एक भो पान नहीं जिमा पिलि. मंदारिन (वि.) द्वार तय । महारगुह, पिपमेयोस मिस्टयती पर्वत गहे म क्या पोटा माता कनझमका गष्ट होता हो। म पत्यमे जाता, गरम, गिल, रोटो नया पकना, मलता ( वि.) सागदेवता । दीपक, मान पादि मागत हो । पासा farma "mari miRI HIT ( सना) किरा परत पर मोटकीपरा पर जानो, झाति (म मो०) - कृतिः झम् इत्यवायगदम्य । परम पम हा कोई मिनो गी। दषित मोमाई सतिः करप' यस । काम्यादिधनि, झनाइटका गद। राग मनो में सा कर मुमताममें मंगो जाती। जो किमी धातुलगाम मिझना हो। दिम जाम मेंगड़ा, बमिमाप प्रधान, गग. मा-पन्ना मुनतामा विभागका एक शिला। यह पता ! शर पोर गगकाटिनिरपर वे प्रति १५ मे १२३. पोर देगा.७५ २० मे ११. मातिमामा एक प्रकारका मामगे पार रोगा। २१ म पनि मापनकम ६५२ यामोम यतिसम्मा और चन्द्रभागा मी मान मारपुर श्री गुमनामा, यि पूर्व में मागोमागे होता। चिली मुभान और मुमरकरार या पिगमे] मशिशिरम RAधान न. fमामानी। म NिTAIN REA मित्र मा ।। मेव देप कर मरम निरम nि fem.fe