पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/६३५

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जौनपुर सोमपुरम कोई विशेष घनान । १८५७ १ के, नोपियोंको पपस्या अत्यन्त गोपनीय, ५ जून को जोनपुर मिहिौने बनारममें विद्रोहका अधिकाग कदर्य भोजन करते और फटे पुगने व मम्याद पाया घोर वे जो गट मजिस्ट्रेट के माय माय से जोवन बिताते है । · कुर्मी और काको रोश कपिराको पिनाकर नाइनलको घोर चल पड़े। इसके | अवस्या कुछ कुछ पच्छो है। ये पोसमा. समोर . बाद यहां घोर पराजकता फैनने नगो। पोछे ८ मेटे अन्यान्य तरस तरहकी माक मयजो नया फल मनादि म्वरको पातमगढ़मे गोरखा मैन्य ने पाकर विट्रोड दमन | उपजाते हैं। प्रायः पन्यान्य सापकों को पपेक्षा दे धि. किया। नवम्बर महोने में मेहदो हुमेन न.मक विहो। कतर परियो पोर पध्यषमायो छोसेसया ये माम... दलपतिको कार्यदक्षतामे फिर कई स्थान परजोंके | गुजारो भो मधिक देते है। इमोमें जमीन्दार कर्मी हायसे जाते रहे। १८५८६ विदोहोगा या प्रशमें| पोर काछो मजाको बहुत प्यार करते। . . पराजित घोर छिन भिन्न हुए। प्रत्त विद्रोहो करो जोनपुर जिले को महो कोच मोर वालुकामय। मिहके पराजयको बाद विद्रोह एकटम गात हो गया ।। | परित्या नदोगर्भ ओर शुष्क जलाशय के गो में वर्ष । इसके बाद दो एक एकतोंके उपपके मिया पीर किमो पदमय अत्यन्त उर्वरा महो टोप पड़ती है। जिनके प्रकारको गड़बड़ी न हुई। ममम्त स्थानमें अच्छी फसल होता है। यहाँ धान, जौनपुरके नगरफे नामानुसार जिले का नाम | यारा, जुन्हार, ज्वारकपास, गैह, जो. मटर, ई, पढ़ा है। जोनपुर जिले के शापिकायको विस्त ति चरम | परमो प्रादि तरह तरह पनाम उपजते हैं। रोगी मोमा तक पहुंच गई है। करनेका तरीका भी नाज है। पाने रहस्य खेतको जौनपुर बहुत ममय मक मुसलमान राज्यमुक्त तथा | इलसे जीत कर उसमें बीज बो देते हैं, बाद पोको दे मुमतमान सामनकर्ताको प्रावासभूमि होने पर भी कर महो चौरस को जातो है।. जमीन मम्प प धर्म यहां हिन्दू धर्म ही प्रपन्न । परती नहीं रहतो, लेकिन जिम ममोनमें ईप गरी मुमतमान पधिवामियों को मांया हिन्दुओंको दयांग जातो है, यह अमोनमाम या एश वर्ष का जोत मात्र है। ब्रामण, राजपूत, कायस्थ, धनिया, यहोर, कर छोड़ दो जातो है। नगर के निकटयों जमोनमें चमार, कुर्मी मादि यहाँके प्रधान अधियामो है। मुमा पामन पोर रब्बो ये भी दोनों होती है। १७को तो 'नमामि सुबोको पपेक्षा गिया मम्प्रदायको मख्या पधिक मयमे नामजनक है; किन्तु इस बहुत खादको पाय. है !कि नोदोयगीय गियाराजगण बहुत समय श्यकता पड़ती है। गरेज अधिकारमें प्रानके बादमे तक यहा रहे थे। इसके पलाया ईमाई, युरोपीय यह नीलको खेतो होती है। गयम के निरोगम पादि भी यहां रहते हैं। पधियासियों में सैकड़े लगभग | यामि को लगा | कुर्मी पोमताको खेमो करते है। इसको डोटीम को ७५ रुपिनीयो है। हम मिले ७ जिला घोर ३१५२ - फोम निकलमी है, उमे रुषकगण मरकारी कर्मचारो ग्राम लगते हैं। मोकमण्या कोई १२०२१३. होगो को देने के लिये बाध्य है पौर ये प्रति मेर पफोमके पांच । यहांच महमोलमें यंटा है, यथा-जोनपुर, मरिया, रुपये पाते हैं। कुर्मी पौर का पोस्ता, सगापू, माक, "मनी गहर, एटाहन पोर किराफट। . मनी पादि उपजाते हैं। इसोमे उमको प्रवम्या पन्याश्य . जौनपर मिलेके जौनपुर मनी, शहर, यादगाइपर | रूपकमि अच्छा है। 1. .. पौर गाइगमन चार नगरोको जन सक्या ५ हजारसे . समस्त शिने का भूपरिमाण १५५१. मग मोर, अधिक शेगो। ये पधिकांश गस्य ववेधित छोटे छोटे जिसमेमे १५१८ वर्ग मोस गयमंट सोमोमव। . . . (यामोम पहने हैं। .. .. .: ममे ८६२ वर्गमील में पती होती है पौर १.३ वर्गमीन । यणिक और धनो सपनोंको पवस्या न्यान्य स्थानी तोके योग्य । गेय २५१ वर्गमोस नपर। . मेमनी । हामान्य अपक, मजदूर वीर यम... देप-विमन-म जिले को गोमती नदी में समय