पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/३१४

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मावा (यवहोप) २७८ डिग्री तक हो जाती है। ग्रोम और पर्या ये दो मामाकी: पर्यटकगध एक परमे कहते हैं कि जाया पंग प्रधान ऋतुएं हैं। कभी कभी यहां कार्तिक पौर पयः भूमि प्रम भो दुभव पाया कोण । विमोगर्म पटमः शायण माममें पञ्चाघात और विध त महिम यह जोरदार पामका गन पर भी पनायिह मान. तूफान पाता है, जिससे अधियामियोंको विगेप विपदः । म १२० फुट तक साचे पेड़। यानि पोर पलंग. ग्रस्त और सरपीड़ित होना पड़ता है। पर्वत पर पद भी पधुतमे बड़े बड़े मोट भूतात्त्विक परीवामे नियोंत हुपा है कि माया रममाला मामकहन, . हायको संघाई पर डाने खनिज धातुपको मिलकुल प्रभाव है। मोना बहन निकलती हैं, छम नाचे महीं। यहा नाना पानी में घोड़ा नक्षर पाता है। मोमा, अम्ता पोर तांदादी एक रतय मुन्दरोकाह पाया जाना है। मगन, भमराह अगदके मिया प्रन्यव नहीं पाया जाता। कोयला बहत ) नापारा पादि प्रदेगों में २३.. वगंमोन म्यान मागोनके जगह है पर अधिकतामे उठाया नहीं जाता। पारमोडिन, पड़ों में भरा दुपा है। यह मकड़ो मिर्म मात्र भेजो गन्धक और नमक कहीं कहीं बहुतायममे पाया जाता जातो हैरम सिधा यहां मचाय काठाका बाणिज्य भाषा उब्रिज-सगहिमें पृथियोके मगम्त देगों को ठीक नहीं चलता। पराजित कर सकता है। भूमिको उर्वरता होरमका फमन पोर खेतो यहां धान्य होममोका पममा अन्यतम कारण है। छोटे छोटे गांवोंमे नगा कर प्रना भाठारस्वरूप है। यह सरमोदेवो या यादवो (धाना- को बड़े बड़े नगर भी वृक्षम परिपूर्ण है। सहिद विष्ठानी) के विषय में पनेक प्रथाद प्रचलिर है। धाना- . विद्याविद विधान आवाको विजयपोको चार भाग : पिठातीदेवीको पूजा मयंक हो पामत है। मायाम में विभक्त करते हैं। म्मुद्रतीरमे २०.. उच्च भूभाग मुमतमान धर्म को मयनित हुए, पान चार मो वर्षमे भो चादि प्रघमय गोके पन्तर्गत है। राम विभागका नाम पधिक ममय हुपा होगा। वहां अधिवामी गिया 'समधान विभाग' । २०.मे ४... फुट तक! विगु पोर बुद्धको पूमा छोड़ कर सुगमका कममा 'नातिउरा विभाग' और उम म्यानमे ७५.. फुट तक पढ़ने लगे हैं। किन्तु इसने परमो धनधान्यको अधि. पढ्न तगाकन्तु इसन 'गोत विभाग तथा इममे भो उता म्यानको 'गोतातो मत्माको पूजा महों छाई मके। पर भी मधाम सझिजविभाग' कहते हैं। इनमे हम विभागने मुत्मीपूजाके पुरोहितों का महम्मदको पपेचा ध्यपद पिंश भूमि घेर ली है। ममुद्र किनारे पोपन, बड़ । गातकानमें (मानवता कोजागरी लक्ष्मीपूजाई पौर नोपराधोशा हो माधुर्य देखनमें पाता है। नोचो। ममय) माया पधियामी धनधान्यदायिनी कामवामिनी जमोममें धान, ईप, दारचौनी. माइपोर कपाम घड़ो लोदेयो की पूजा शिया करणे । आहे ममय कमरमगे दा होतो। ममुद्रोपाला नारियन पोर मामकगण गुगपत् विमानना का मम्य पोर मोका ताड़के ही अधिक देखनम पात। पापो, सडा तय पढ़ते किमान लोग एम मुहत देकर म गादि कुमुद, कपार घोर कमलो मे पास दीप पड़ते | जोतते घोर फमन काटते हैं। माधारणत: Tarat है। कमी की वाम भी मानहमामभूमिहीन भोसना गम का। रोता दीप जामा काया भोर चाय बाद पैदा होतो तथा मझा और कोनो पाले दक्षिणमे उत्तरको पोरम जो जाता ज्यारयी मो उपज पक्षी होती। रम भूम म ममय नषेध पाहिदाग पूजा की जाती । वन बड़े बड़े होगे परिप पोर दीर्घ गुल्मो मे ममा आगाम फी भदी ४. नीश मोना । पाया है। पीय विभाग माना प्रकार भारतीय कम्य, पिार्य गायकोन भागमा गोयी, गोम-पान पोर तम्मा पदातीचा गपन मगट यीशप, जयनायो वा प्रमादारों विभागमें सो दिनदेश सातवे एरोपोयगान पतित पर मायाजाशेवर .यानो कपनुरुप । ममष्ट के लिए की तो तमोरोप, .