पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/१९१

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महांगीर मम्मन कर, कुछ निराश न कर सके। उधर विद्रोहियों। करने के लिए गाइनहाँको यो हो जामेको पाना दो ने घानाघाट पोर माह तक बढ कर पधिवामियोंको गाहमहान् म मायाचारको म गये सने हरम . . ग क्षरना शुरू कर दिया था। मौमाग्यमा कांगड़ा- भेजा कि, 'भविपास में मुझे मिहामन मिलने की विजयवा गोघ्रहो नागोरके फर्णगोचर हुई। सरहकी गड़बड़ो म गो. रमको मन्तोषजनक यादगामे युवराज पुर्गमको दाक्षिणात्य, विजयके न मिले विना में यहां नही जा सकता ।" बादशा निए मेना। सुर्गम योग्य कर्मचारियों को साथ ले | गाजहानको वासका कुछ भी उतार महो दिया, परन् दाक्षिणात्यो चान दिये। इनके पागमनमे विद्रोही। उन अधीनस्य प्रधान प्रधान कर्मचारियों पोर मेमा । र गये। पुरंगने पटन प्रसाद पोर पदम्य माहमके भेज देने का पादेश दिया। १९२९ १० मार गार माय पागे बढ़ कर विद्रोपियों को पूरी तरह परास्त कर जहानने शाहरयारको कई एक भागोरे पधिसत करनी .. दिया। मानिक पम्वरने भो इनको पधोनमा स्योकार | पोर उनके कर्मचारो मसरफ उम-मुक हे माय एक खल को। युवक व्यय समय उन्हें ५० लाख रुपये वादगार युद्ध कर डाला। इस पर जहांगोरने विद्रोहो कर का के खजाने में भेजने पड़े. इमो समय युग्म पनुरोध उनकी तिरस्कृत किया पोर उमको सारी मेना गा. मे पुगको कारा किया गया। किन्तु गीघ्र ही शून यारको मेनामें मिला देने का पादेश दिया। माता वेदनामे उनको मृत्यु हो गई। कोई कोई इतिहामः पागा परोध करने को यमराए । मानपानामे लेखक लिपी हैं कि, बादशाहने काग्मोरमे मोटी ममय गाहमहा के साथ मिल कर मटना प्रारम्भ कर दिया। साहोरम सम्प डाले घे पोर की १९२२२ में उसक| जहांगीरने विद्रोहियों के यिद महायता पोर पन.. को गस्य थी। दुमामाको भेजा। किन्तु पादुमाने गायों में मा.. नरबहान के पिता प्रयन्त दस पोर राजनीतित थे। रहस्य जान लिया। गरजही पिता परामर्गानुमार चल कर हो राजकार्यम पहले जब यादगार पायर जोषित थे पोर प्रमोम .. विशेष चममामालिनो दुई यो । १५२२१ में न रजधान ! पजमरके गामनता, मममय उन्हाने एक बार के पिताको गत्यु एई। म राम, पिता के उपदेगके म| दिसौके मिहामनको प्राम करने को पेटा को थी। पह.. मिमनमे अपनी इच्छा अनुमार कार्य करके गोरको घर जब विद्रोह दमन करने के लिए राजधानो छोरा गान विधिको परया गिधिन कर दिया। उन्होने दक्षिण देशको गये थे. उम ममय पकयरको पनुपखिति' वादगार के कनि पुय गारयारके माय पहने पनि मेर में जडांगोर दिसोको तरफ पप्रमर पुए थे, किनाराने पफगागझे पोरममे उत्पय अपनो कन्याका विवाह हो में पकवाने में परास्त कर गका पदमा पुजा कर दिया। पर उनको पार कि. गाण्यार से दिया था। उसो तरद पस मांगोरके जोतेकोरी मारमा भायो माट, हो। पाना परते टाहोंने भानामाको मेकर उनके पुतीम गुर रोने लगा। पहले .. प्रयोग करके गुरेमको भायो मम्राट बगाने निए अहो, महांगीरने जिम नाम पपने हर घिसाको मिल feer गोरको समस किया या । कुछ भोजो पब माहजहां या. उमो तरह छम प्रिय पुत्र महान विरो . होम्यामासारित करने का मौका देगने मी, यो फि कर उन्हें मताने मगे ।१४२३१०मादपुर पहे. उनकी म्यामानिरित किये पिमा धनके छह मिहिका/ गिका महने पसे । राप्रसूतामाई पाम दोमी मेमामे . रामराको मार्गमीं । मोजा भो जय हाय घममाग गुममा गामा पराजित हो कर मागे भगा। तरफ भाग गये। भादगाहने मेरा की पीडा १९३१ मेप माग दार मार पमासमे | किया पोर कुमार पाविश्नो प्रभाग मेनापति निपुण । हान्दार र पाका शिक्षा गाभिमानको योरमे। पएर मरावतीमा गामि मा, बिना पाएर यादमाद पर प्रदेशको अधिकार | TRI आदि सदर कर्मचारियौ माय एक दम