पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टम भाग.djvu/११८

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..- जर्मनी उपन्यासका प्राविर्भाव भी इमो समय हुआ था: मक्षिप्त मार लिखनसे उन पर अन्याय करना होगा। Fischart, Torg Wickram आदि लेखकगण जर्मन ! अतएव यहाँ हम सिर्फ उन अन्यकारी के नाम लिख कर उपन्यासको सृष्टिकर्ता हैं। हो चान्त होते हैं। C. F.Gellert ने (१७१५-१७६८ ___४। नवजागरण युग ( १६०० १७४० ई.)-ईमाको ई.) कवितामें कुछ उत्कृष्ट उपकथा प्रकाशित १७वीं शताब्दीमें लगातार धर्म युद्धके होते रहने से को थों । G. W. Rabener (१९१४-१७०१९०) जर्मनोमै ज्ञानचर्चा भलोभाति न हो सकी। रोमन्स हास्यरमको अवतारणा कर ययस्तो हुए थे। .Schelge साहित्यके अनुकरणमे कई एक ग्रन्य रचे जाने पर भी । ने (१७१८-१७४६ ई.) अनेक प्रकारसे युग- उनसे जातोय हृदय पासष्ट नहीं हुआ। किन्तु धर्म प्रवर्तक लेसिङ्ग के पाविर्भावको सूचना दो थो । उसके मन्दिरके मङ्गीती ने अपनी स्वतन्त्रताको रक्षा की थी। बाद जर्मन-महाकाव्यक लेखक . G. Klopstock इस युगमे Paul Gerhardt ( १६०७-१६७६ ई.) का ( १७२४-१८०३ ई.) पाविर्भाव हुपा। लेमिने जर्मन प्रार्थनासङ्गीतीक मवैयेष्ठ लेखक अवतीर्ण हुए (१७२८-१७८१ ई.) जर्मन साहित्यको यूरोपमन्मानका थे। प्रोटे एक्ट और कैथलिक दोनों ही सम्प्रदायोंने | प्रामन दिया जर्मन जातिके कल्पनाक्षेवके प्रमार कार्यम मिटिक माहित्य वा अलोकपन्याका अनुवर्तन कर | C. M. Wielandने (१७३३-१८१३ ) यथेट महायता काव्यादिकी रचना की थी। दो थो। J. G. llerder ने ( १७४४-१८००३०६ ) ____Opitz जर्मन-साहित्यके नवयुगके अग्रदूत थे । अपनी लेखनी हारा चिन्ताजगत्में एक विनय उपस्थित उन्होंने काव्यमम्भन्धी मभी प्रकारको रोतियोंका अव.कर दिया। . लम्बन कर लेखनी चलाई थी। उनका लिखा हुआ। इसके बाद हो महाकवि Goethe ( १७४८-१८३२ Buch von der deutschen Peterey (९६२४ ई०) ई.) Romantic अान्दोलनका सवपात कर ममग्न हमारे देश के "माहित्यदर्पण"के ममान व्यवहत होता विजम एक नवीन मावका प्रयतन किया था। था। ये प्राचीन रातिके अनुसार कई एक वियोगान्त आधुनिक युग-रोटकी मृत्यु के बाद अमन- नाटक भो लिख गये हैं। इस शताब्दीमें उपन्यासों को माहित्य कुछ समय के लिए होनाम हो गया। किन्तु भी कुछ उवति हुई थी। उम बाट "नवीन जमेनो नाममे एक नवीन मत्र '. इसके बाद भी कुछ माहित्यिका धुरन्धरीने पाविर्भूत दायका उद्भव हुा । इनमें हाइल, गुजकाउ, इनवर्ग, हो कर जर्मन साहित्यको गौरवान्वित किया था। मुण्ट और लाउरका नाम वियप उखयोग्य है। जिनमें- Samuel Pufendorf Christian Thome आधुनिक युगमें ज्ञानके नाना विभागोका अनुशीलन aslns (१६३२-१६८४ Christian von Wolff, करनेके कारण जर्मन जातिका प्रथिवीमें सर्वश्रेष्ठ Leibnitz ( १६४६---१७१६६०) धादि लेखकों के नाम विहान जातिके ममान सम्मान हुआ है। किन्तु वोसवों प्रम भी प्रसिद्धहैं । इनके बाद Johann Christop { सदीमें उसमें किसी महितीय प्रतिभावान साहित्यिकका Gottichel ने (१७००-१७६६६० ) जर्मन भाषाका आविर्भाव नहीं हुआ। युहके बादमे अर्म नौकी ऐमी मस्कार कर माहित्य का महत् उपकार किया है। प्रवस्था हो गई है कि उसे साहित्यचर्चा करनेका पद- . ५ भाधुनिक जर्मनीको उन्नतिका युग (१७४०- | मर ही नहीं है, . . . . १८३२ ई० । म युग जमनसाहित्यने भावोच्छाम जर्मन जाति-ऐतिहासिक प्रवर टायस मायके मतसे प्रवल हो कर ऐमे. विराट जलप्लावनको सृष्टि को । जर्मनकी जातियों में प्रति प्राचीन काल में कोई माधारण कि उसके स्रोतमें समन य रोप वह नानका डर हुआ। नाम प्रचलित न था। पीछे नव.ये समस्त जाति एक इस युगके माहित्य का प्रभाव इतना बड़ा चढ़ा था. और । हो मायाम कथोपकथन करने लगी, तब भी सम भाषा सनको पुस्तकों को कीमत इतनी ज्यादा थी, कि उसका का नाम जर्म नो भाषा न कह कर लिन्याथिप्रोटिता