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५ कारण जानो ज्ञातव्यं शब्द कारणम् . 2 . . केवल शब्द सुनकर ही भयभीत न होना चाहिए। उसका कारण भी जानना चाहिए। . . . श्री नाम के पर्वत पर ब्रह्मपुर नाम का एक नगर था । इस पर्वत की चोटी पर घण्टाकर्ण नाम का राक्षस रहता है। यह जनश्रुति उस समय प्रचलित थी। कारण यह था कि किसी समय एक चोर घण्टा चुराकर उस मार्ग से जा रहा था कि मार्ग में उसे भेड़िये ने मारकर खा लिया। उसके घण्टे को वन्दरों ने उठा लिया। वन्दर उस घण्टे को वारी-बारी से वजाते रहते। मरे हुए आदमी का ढाँचा देखकर और घण्टे का स्वर सुनकर नगरवासियों ने अनुमान लगाया कि अवश्य कोई राक्षस इस शिखर पर रहता है। वह मनुष्यों को खाता है और घण्टा वजाता है। प्रतिक्षण घण्टे का स्वर सुनकर करला नाम की कुट्टिनी ने विचार किया कि कही पर्वत पर रहनेवाले बन्दर ही तो इस ( २ )