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३२ हितोपी लघुपतनक बोला : मित्र, हिरण्यक का विगेप सत्कर करो । क्योंकि इन जैसे प्राणी संसार मे मिलने दुर्लभ हैं । सत्कार के बाद मन्थर ने उससे पूछा : मित्र, अपने नगर से चलकर इस निर्जन वन मे आने का प्रयोजन वताओ। हिरण्यक ने तव अपने अनुभव की कथा सुनाई। PE