पृष्ठ:हिंदुई साहित्य का इतिहास.pdf/५१६

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परिशिष्ट २ [ ३६१ रखने की शुभ घड़ी के बारे में निश्चित होने के संबंध में, अठारह , हज़ार श्लोकों की, एक हिन्दी कविता का इस प्रकार का शीर्षक है । मौंगोमरी मार्टिन ( Montg Martin ), ‘ईस्टर्न इंडिया पहली जिल्द, पृ० ३२६ । ‘केसराज शास्त्र'-तीन हजार श्लोकों में, वास्तुकला अथवा और भी ठीक पत्थर मूर्ति, शिल्प आदि काटने पर शास्त्र या की हिन्दी कविता। मौंट्टगोमरी मार्टिन (Montg . Martin, ‘ईस्टर्न इंडिया' पहलो जिल्द, १० ३२६ । 'क्षेत्र प्रकाश' खेतों का स्पष्टीकरण। पद्य में कृषिसंबंधी पुस्तक, जिसके बाद गणना करनेमहीनों के नामों तथा अन्य बातें जो प्राय: जीवन के व्यापार में काम चाती हैं, पद्म और गद्य में कुछ वाक्यों, तथा फ़ारसी और हिन्दुस्तानी कुछ छोटीछोटी कहानियों की एक पुस्तक है । ब्रिचलियोंtका रिशल्यू ( BibliothRichelieu , ऊएसाँ ( Ouessant ) संग्रह, नै० ३ । गणित पते—गणित के पन्ने, हिन्दी में, गणित पर प्रश्न – दिली, १८६३, १०० अठपेजी पृष्ठ। उसके अन्य संस्करण हैं, एक उदाहरण के लिएमागरे का, १८६५, केवल ५४ पृष्ठों का I-जे० लौंगकैलौग, ' ge ४० । ‘गणित प्रकाश-गणित की व्याख्या के हिन्दी में उत्तरपश्चिम प्रदेश के देशी स्कूलों द्वारा स्वीकृत रचना । भग १-—A Treatise on arithmetic upto the rule of three. भाग २-From rule of three to the cubic roots. भाग ३-From practice to fellowship