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हिंदुई साहित्य का इतिहास

केवल एक भाग सर डब्ल्यू॰ आउज्ले के पास भी है;[१] ३. इसके अतिरिक्त सर डब्ल्यू०आउज्ले की हस्तलिखित पोथियों में एक जिल्द है जिसमें संस्कृत और हिन्दुस्तानी में 'महाभारत’ का एक अंश है;४. पौलाँ द सै-बारथेलेमी(Paulin de Saint-Bar-thelemy) द्वारा उल्लिखित बोजिंआ(Borgia)के राजकुमार की कई हस्तलिखित पोथियों में 'महाभारत' का एक अंश ‘बालक'[२](कृष्ण)पुराण' के नाम से है।मूल हस्तलिखित पोथी के साथ पी० मारकस अ तुम्बा (P. Marcus a Tumba) कृत इटैलियन में अनुवाद जुड़ा हुआ है।

'प्रोसीडिंग्स ऑव दि वर्नाक्यूलर सोसायटी' (वर्नाक्यूलर सोसायटी का विवरण) पृ०१६ और ३२, में इस बात का उल्लेख हुआ है कि ‘ऐक्सट्रैक्ट ऑॉव दि महाभारत’ अँगरेजी शीर्षक के अंतर्गत एक संक्षिप्त ‘महाभारत’ दिल्ली से छपने को है।एच० फोश(Fauche) ने उसका पूर्ण अनुवाद करने का साहस किया है जो नौ जिल्दों में प्रकाशित है।

अकबर के मंत्री, अबुलफ़ज़ल,द्वारा बताए जाने वाले ‘महाभारत’ के फ़ारसी अनुवाद[३] के अतिरिक्त, हाल ही में नवाब


  1. यह हस्तलिखित पोथी उनके सूचीपत्र के नं०६२३के अंतगत है।उसमें लिखा है:फोलियो(folio)मे, हिंदुस्तान मे शासन करने वाले एक सौ चौबीस राजाओ की सूची सहित, नागरी और फ़ारसी अक्षरों मे, महाभारत के कुछ अंश।कुछ ऐसे पृष्ठ जुड़े हुए हैं जिनमे श्री ज़ाँती (M.Gentil) के फ्रांसीसी हस्तलिखित ग्रंथ से लिया हुआ एक अजीब उध्दरण है।
  2. जिस ग्रंथसे मैंने ये सूचनाएं ली है उसमें गलती से'बालग'(Balag)छपा हुआ है, Musei Borgiani Velitris codices manuscripit, etc, पृ०१३४
  3. इस अनुवाद के संबंध मे देखिए,'जूर्ना एसियातीक'(le Journal Asiati-que)जि०७,पृ०११०मे स्वर्गीय श्री शुल्ज़(Schulz)द्वारा रोचक लेख।