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६८०. रघुनाथ उपाध्या—जौनपुर के। जन्म १८४४ ई०।

निर्णय मंजरी नामक ग्रन्थ के रचयिता।

टि०—सरोज में 'सं० १९२१ से उ०' कहा गया है।

——सर्वेक्षण ७४३


६८१. सुखदीन कवि—जन्म १८४४ ई०।

शृङ्गारी कवि।
६८२. सूखन कवि—जन्म १८४४ ई०।

शृङ्गारी कवि।
६८३. भवानीदास कवि—जन्म १८४५ ई०।

कोई विवरण नहीं! जयकृष्ण (सं०.८३०) भवानीदास के पुत्र थे, लेकिन सन्देह है कि यह भवानीदास वही हैं अथवा कोई दूसरे।

टि०—जयकृष्ण का रचनाकाल सं० १७७६-१८२५ वि० है, अतः इनके पिता भवानीदास १८४५ ई० (सं० १९०२) में कदापि नहीं उत्पन्न हो सकते। यह भवानीदास जयकृष्ण के पिता से भिन्न हैं।

——सर्वेक्षण २७४

१८४५ ई० कवि का उपस्थितिकाल है।

——सर्वेक्षण ६१९


६८४. बलदेवदास कवि—हाथरस के जौहरी। जन्म १८४६ ई०। इन्होंने कृष्ण खण्ड का पंक्ति प्रति पंक्ति भाषानुवाद किया है।

टि०—१८४८ ई० (सं० १९०३) इनका जन्मकाल नहीं है। इसी वर्ष इन्होंने विचिन्न रामायण की रचना की थी।

——सर्वेक्षण ५०४


६८५. अवघ बकस—जन्म १८४७ ई०।

इनकी कविताएँ सरस हैं। शिव सिंह को इनके गाँव या प्रान्त का नाम नहीं मालूम।

टि०—सरोज में इनके नाम से उद्धृत छन्द से इनका यह नाम संदिग्ध सिद्ध होता है। कुछ पता नहीं यह राजा का नाम है अथवा कवि का।
६८६. सहजराम सनाढ्य—बंधुआ के। जन्म १८४८ ई०। प्रहलाद चरित्र के रचयिता।

टि०—सहजराम सरोजकार की मिथ्या-सृष्टि हैं। यह सहजराम बनिया (५९२) से अभिन्न हैं।

——सर्वेक्षण ८४९, ८९०