पृष्ठ:हिंदी साहित्य का प्रथम इतिहास.pdf/२७

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( २० ) भयानक भ्रान्ति हो सकती है । Style का प्रयोग उन्होंने रस के अर्थ में किया है। उनके द्वारा नवरसों के लिये प्रयुक्त पदावली नीचे दी जा रही है । (१) श्रृंगार रस The erotic style (२) हास्य रस The comic style (३) करुण रस The elegiac style (४) वीर रस The heroic style (५) रौद्र रस The tragic style (६) भयानक रस The terrible Style (७) वीभत्स रस The Batiric style (८) शान्त रस The quietietic style (९) अद्भुत रस The sensational style कुछ अन्य शब्द जिनका हिन्दी रूप जानना आवश्यक है, ये हैं:-- 0ccasional poem सामयिक कविता Didactic poem चेतावनी सम्बन्धी कविता Emblematic poem दृष्टिकूट A work on lovers नायिका भेद इस ग्रंथ का अनुवाद करते समय मुझे ज्ञात हुअा कि ग्रियर्सन ने स्थान-स्थान पर सरोज का अंग्रेजी अनुवाद किया है। और यह कभी कभी ऐसा हो गया है, जैसे कोई विद्यार्थी ‘मेरा सर चक्कर खा रहा है' का अंग्रेजी अनुवाद ‘माइ हेड इज़ ईटिंग सरकिल कर दे अथवा जैसा कि एक अन्य अंग्रेज संस्कृतज्ञ ने कुशासन का अनुवाद सीट ऑफ़ रामाङ्ग सन” किया था । बिचारे को राम के पुत्र कुश का पता था, सन्धि विग्रह भी वह जानता था, पर उसे कुश नामक घास विशेष को पता नहीं था । गुमान मिश्र ने प्रसिद्ध नैषधचरित्र का हिन्दी पद्यानुवाद ‘काव्य कलानिधि नाम से ग्रस्तुत किया था । इस अनुवाद की प्रशंसा करते हुये सरोजकार लिखता है :----