पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर (भाग 2).pdf/२८५

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नई-३३६ ५५ ६३ ६.६ ६ ६ ६ ६ ६ । दई । मन्दि ३ = ३२ इन्ट चर।

  • .र दार 55 14. {Y, ॐ। ५–हुर : | बोदर कन्६ ३ ३ ॐो गला इन च

ॐ ॥ १-२ ,६०६६।३.३ ३ ३ -- इनाने । * दुइ दारू - डी( ३) । ॐि X--- {-दादी । १. 5६३ ॐ रतु । दिय शवंभ* भले बाँचे या बुरे की सई पर एक र गैरर दुसर सर ८ रङकर देह को ऊपर उठाते हैं। यौe---नान को लोडन=इन करते नर मुरे पर एक हा ३६ लपेटन। अरि पाँव उड़ाकर मालखंभ से कम | पेढे ३ अनुन नीचे आई हुए लिपट जाना ।। ६ कान्वीन बुननेवालो का औजार । ७ एक पत्र जिससे दो तारो या वन्तुओं के बीच के कोणीशु की दूरी अथवा क्षितिज से किची तारे की ऊँचाई मापी जाती है। विशेष—इसमें एक शीशी लगा रहता है जिसपर दोनो तारो की छाया ठीक नीचे ऊपर आ जाती हैं। इस शीशे के सामने एक दूरबीन लगी रहती है । कमान-सज्ञा जी० [अ० कमाड] १. अज्ञा। हुकम । फौजी काम | की आज्ञा । यो०-कमान । अफसर । २ नौकरी । ड्यटौ । फौजी काम ।। मुहा०—कमान पर जाना = नौकरी पर जाना । लडाई पर जाने । फमोन पर होना=काम पर जाना । लडाई पर होना । फमान बोलना =(१) नौकरी पर जाने की आज्ञा देना । (२) लड़ाई पर जाने की आज्ञा देना। कभान बोली जाना = काम या लहाई पर जाने की आज्ञा मिलना ।। कमान अफसर--संज्ञा पुं० [अ० कमांडिंग अफिसर] फौज का वह अफमर जो कप्तान के मातहत, पर लेफ्टिनेंट से ऊपर होता है। कमानि पर। कमान अबू-वि० [फा० फमग्रन्] जिराकी भौंहे धनुष की तरह | टेढ़ी और सुदर हो । कमानगर- सज्ञा पुं० [फा०] दे० 'कमगर' । कृमानगरी-संज्ञा स्त्री० [फा०] दे० 'कमगरी' । कमानचा--सज्ञा पुं॰ [फा०] १ छोटी कमान । २ सारगी बनाने की कमानी । ३ मिहराव । डाट । धुनकी । क्रि० प्र०-डालना ।—पड़ना । कमानदार-4 पुं० [अ० कमाउर] फौजी अफसर । मानदार---वि॰ [फा०] १. भावदार । २. धनुर्धर । हद हि३- ६ । ले५६ । २. उद दा ९ ३ (१९६६ र ५३६ ६ ६ ६ । सुs:२१ र ३२३,३६ ३१ । ३, .१ ६ १६५६४, ५१$। दा, बोर के ।। -कमाई हुई है। ६३ ३ ३ कहर, ते ३३३' ५। रोर। ऊ ३ र ६ ।। ५।। ६३ । लिए भए ३ ( ) । । ३. ते को 3 भो कमि ३९५६ ! वैसे, 1 ।। ।। ३५५६ ( न), र ६५ , ६ ६३ (३) । ५, ७६ इप कर । कर्म करना । जैसे, ५५ ६ , १९ । रु ।। -- तु मेरे ६४ र ६६ ।। {[१६॥ संमुख यी सब हैं समा १- २ { ॥२३॥}। कमाना- म० १. तु १९४५ १६ । ३६५३ ६ दु । | करना । जैसे-वह कभाने गई है। सर । ५ कमाना । जैसे,—-3 को 15 इधर उधर • किरहे। कमान० स० [हिं० कम से भ७] ६ ॥१५ । Tir । (बाजारू) । जैसे,--इस सौदे में ५) १ +{{ sो जो तुम ३ से रो ले ।। कमोनिया'-ut j० [फा० कमर + ७ । ( ५)] ६५।। रातानेवारी । धनुष तानेर। (रा। उ•~-•••• चूहे कन फो अरु के राम । ६ १७ १/ift [ । उन' से हो 1-frरिधर (शब्द॰) । कमानिपा.-० [हिं० कमा+ग। (प्रत्य॰)] १ ॥ The प्रकार की कगानी को हो। २. गिर १३३ ५। १ ।। मेहराब यो गर्धा हो । भेदार। कमानी--सा औ० [फा० फम] [५ गावा]". ३ (१ तील, तर अथवा इसी प्रकार । मोर ६ । । । जो इस प्रकार देठाई हो कि दा4 () से 4 | | घुटने पर फिर आप गहू पर श ण । ra ---16) कमानी बार सारः स दर दि । । -- {१६ ॥', If० 1, पृ9 ३५८ । विशेष- ई फेटा में कोई पेट {{{ {{{१, ५, ६ ॥ वैढ़ाई हुई 'ट्टियाँ थदि ।[[if it / भी हैं। [][] | F६ कम है। मैं 15 । JI के , ,