पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर (भाग 1).pdf/५६२

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

________________

४६५ इंचाक----संज्ञा पुं० [सं० इन्चाक] एक प्रकार का मत्स्य । जल- इडिया---संज्ञा पुं० [५०, अ०] हिम्नान । भारतवर्ष । वृश्चिक (को०)। इडियोग्राफिस--मज्ञा पुं॰ [अं॰ इंडिया ग्रॉफ़िरा] ब्रिटिश शासनगर इचार्ज-वि० [अ० ]किसी कार्य या विभाग की देखभाल करनेवाला ।। में भारत सावधी कार्य या व्यवस्था ये निये स्थापित सुन किसी कार्य या विभाग की जिम्मेदारी वहन करनेवाला [को०] । स्थित एप काय य । भारत और पाकिस्तान के स्वतंत्र होने ईच्छया--सज्ञ श्री० [सं० इच्छा दे० 'इच्छा' । उ०—न तहाँ पर इस कार्यालय की ममी महत्वपूर्ण मामग्री यथाप्राप्य दोन इच्छ्या श्री प्रकार । न तहाँ नाभि न नालि तार । देशों में बाँट दी गई । रामनद०, पृ० ८ ।। इडीक---ज्ञा पुं० [सं०] यालमतरण चा । कि०] । इछ-सज्ञा स्त्री० [म० इच्छा] अाकाक्षा । इच्छा । इढेक्स-संज्ञा पुं० [अ०] { पुस्तक के ) विषयों की प्रक्रिम में बनी इछना--क्रि० स० [हिं० इछ+ना] (प्रत्य॰)] ६० 'इच्छा ' । हुई सूची। विपयानुक्रमणिका । अनुक्रमणिका ! ३०-पुनि तिनकी पद पकज रज अज अजहू छिर्छ । उद्धौ बुद्धि इडेट---सज्ञा पुं० [अ०] माल मंगाने के समय भेजी जानेवाली मान्न विशुद्धनु सौं पुनि मो रह इछ ।--नद० ग्र २, पृ० ४१ । की वही भूची जो किसी व्यापारी के पास मान की माग के इछा -संज्ञा स्त्री० दे० 'इच्छा' । उ०-वर सजोग मोहि में बहू कलस माय भेजी जाती है । जाति ही मानि । जेहि दिन इछा पूजे वैगि चढ़ाव अनि । इडोर्स--क्रि० स० [अ० ए डोस चैक या हु डी आदि पर रुपए देने या --जायमी ग्र० (गुप्त), पृ० २५० ।। | पाने के सवध में हस्ताक्षर करने । इंजन-ज्ञा पु० [अ० एजिन १ कन पत्र । २ भाप या विजली इडोली--सजा सी० [देश॰] एक प्रौषध का नाम । से चलनेवाली यन । ३.रेलवे ट्रेन में वह गाडी जो समे इडु---सज्ञा पुं० [सं०]हाथ की सुरक्षा के लिये मजे का दस्ताना [को०)। अागे रहती है और सत्र गाडियो को खीचती है। 30-- । इतकाम---संज्ञा पु०[प्र० इतकाम प्रकार के दना । उदा (को॰] । इच्छा कर्म सयोगी इजन गारड प्रापं अकेला है।---प्रेमच न०, इतकाल -ज्ञा पुं० [अ० इतकाल] १. मृत्यु । मौन । परलोक वाम । भा० २, पृ० ४०३ ।। | २ एक जगह से दूसरी जगह जाना । ३.fऊनी जायदाद या यौ०-इजनड्राइवर = इजन को चलानेवाला व्यक्ति । स उत्ति का एक के गधि कार में दूसरे के अधिकार में जाना । इंजर--सज्ञा पुं० [देग० दे० 'समदरफन' ।। यौ० ---इनकाल जायदाद = रेहन, वय आदि के कारण सरति । इंजीनियर--संज्ञा पुं० अ० एजीनियर ]१ यत्र की विद्या जाननेवः । दूसरे के हाथ जाना ।। कली का बनाने या चलानेवाला । २ शिल्प विद्या में निपुण । इतखाव-- ज्ञा पुं० [अ० इनखब] १. वर { खतौनी प्रादि के विश्वकर्मा । ३ वह अफमर जिसके निरीक्षण में सरकारी किसी लेख की बजाते कराई ईई नफ़न । २. चुनना या सडके, इमारतें और पुल इत्यादि बनते हैं। छाँटना। ३.चुनाव [को०]] इंजीनियरिंग---संज्ञा स्त्री० [अ०] १ इंजीनियर का कार्य । यत्रादि इतजाम-~-ज्ञा पुं० [अ० इतजाम] प्रबध । वदोबस्त । प्रजम्या । के निर्माण का काम । २ लोहे के कल पुर्जे आदि बनाने का इंतजार- भाज्ञा पुं० [अ० इतजार] प्रती । बाट जोहना। राम्ता काम किो०] । देखना । अगरना ।। इजल----सज्ञा स्त्री० [यू०] १. सुसमाचार । २ ईसाइयों की धर्म त्रि०प्र०---करना ।—होना । पुस्तक । वाइविल । इतशार--सज्ञा पुं० [१०] १ चिता। परेशानी । उद्विग्नता { २. इंजेक्शन--संज्ञा पुं० [अ०]वह द्रव्य औपध जो सुई के द्वारा शरीर में बिखरने की स्थिति । विखराद [को०)। प्रविष्ट कराया जाय । उ०-डाक्टरों ने इजैक्शन लेने के लिये इतहा:---राज्ञा पुं० [१०] १ रामाप्ति । अंत । ०----इग्निद में ही कहा।--सन्यामी, पृ० १६६ । मर गए गब यार। यह की कौन इतो लाया ।---शयिता क्रि० प्र०–चढाना ।—देना ।--लेना । | कौ०, भा० ४, पृ० १३३ । २ हद । पराकाष्ठा ।। इंट्रेस–सुज्ञा पु० [अ० ए ट स १ द्वार। दरवाजा । फाटक । २ अग्र जी मुहा० ---ईरहा करना =हद कर देना । अनि कर देना । यो०--इतहापसद = प्रनि को पूरा करनेवाला । अनि पाई।।। पाठशाला की एक श्रेणी ।। इंड-संज्ञा पुं० स० महादे० 'अह। उ0-ध्यावे इड कर चौचदा । इतहाई---वि० [अ०] अत्यधिक । हृद दर्जे का । ३०- -हाई - अाल पैदा करनेवाले हा त्रत का सिनमिन वै दीन में बने | आपु देखि भोर सहज अनदा ।—यवीर सा०, पृ० १०६ । लगे । स्मवृत० पृ० ३६ । ईडजq---वि० [स० अब्ज अडा) अड़े के आकार का ! उ०-- । । तिहि रानी पूरव ऋम गत्तिय । इज अाक्रति हड प्रसूतिये ।- इथिहा- -ज्ञा पुं० [स०]न्यानिप का एहः पारिभादिक भुपा (को०)। पू० रा०, ५७ । १६६ ।। इदंवर माज्ञा पुं० [*] नाना पान । दार [८ ।। इडास्ट्रयल---वि० [6] उद्योग वधः सुवधी। शिल्प साधी । इद’---ज्ञा पुं०[म० इद, प्रा० ६ द]० ३' । ३०-३५ । । प्रौद्योगिक । जैसे,—इडस्ट्रिय कानफरेम । रही पढ़ मद । उनि उति में ऊ परि ४ । नः ३०, इंडस्ट्री-संज्ञा स्त्री० [अ०] उद्योगधंधा । शिल्प । पृ० ३१३ । इडियन--वि०, पुं० [अ०] हिंदुस्तान निवासी 1 भारतीय [को०] ।