पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर (भाग 1).pdf/४९४

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मांच ४३७ अाज-क्रि० वि० [ स० अद्य, पा० अज्ज ] १ वर्तमान दिन में । श्राजगव----सज्ञा पुं० [सं० ] १ शिबघनुप । महादेव का धनुष । जो दिन बीत रहा है उसमे । जैसे,- आज किसका मुंह देखा पिनाक । २ शिव के घनुप जैमा दृढ धनुप (को०)। था जो सारा दिन 'भटकते वीता। २. इन दिनो । वर्तमान प्रजनन--सक्षा पु० [सं०] प्रसिद्ध या ज्ञात कुल । सवश कि०] । समय मे । जैसे,—-(क) जो आज उनकी चलती है वह दूसरे की जनन--क्रि० वि० [सं०] जन्म से ही [को०] ।। नहीं --(ख) आज करे सो कल पावेगा । जन्म-क्रि० वि० [सं०] १ जन्म से । जन्म से लेकर । उdआज-सज्ञा पुं० १ वर्तमान दिने । जो दिन बीत रहा है। जैसे,— जन्म ते पर द्रोह रत पापौघमय तव तनु अय |--मानस, आज की रात वह इलाहावाद जायगा । २ इस वक्त । जैसे, ६।१३० । २ जीवन भर । जन्म भर। जिदगी भर । खवरदार अज से ऐसा मत करना। जीवन । जब तक जिए तब तक । मुहा०—ाज को = (१) इस समय । जैसे,—अाज को यह बात आजमाइश–सा ली० [फा० आजमाइश] १ परीक्षा । इम्तहान । कही, कल को दूसरी बात कहेगा ।--(२) इस अवसर पर । परख । २ ख़ड़ी फसल का सरकारी अधिकारी द्वारा मूल्य ऐसे समय में। ऐसे मौके पर । जैसे,—अाज को वह न हुए, लगाना या प्रकिना। नही तो बतला देते । आज तक = (१) आज के दिन तक। श्राजमाना- क्रि० स० [फा० आजमाइश =परीक्षा] [वि० प्रजमा जैसे,—उसे वाहर गए वरसो हुए, पर अाज तक उसका कोई परीक्षा करना । परखना। जाँच करना। उ०—हम कहाँ खत नहीं आया ।-(5) इस समय तक । इस घडी तक । किस्मत आजमाने जायँ ।—शेर०, पृ० ४६३ । जैसे,—कल का यी अाज तक न पलटा । अाज दिन = इस अजमीढ--वि० [सं० आजमीढ़ | अजमीढ राजा के वेश का । समय । वर्तमान समय में । जैसे,—याज दिन उनकी टक्कर को अजमीढ---संज्ञा पुं० अजमीढ़ देश का राजा । दूसरा विद्वान् नही। अाज बरसफर फिर घरसेगा= ऐसा | जमूदा--वि० [फा० आजमूदह] अजमाया हुआ। 1 परीक्षित। जमूदा-वि० फा० आजमूह | अजमाया हु।। ही फिर होगा । अाज ल = अाज तक । आज से = इस समय जर्जरित-वि० [सं०] फटा हुआ । टुकड़े टुकडे । तार तार (को०)। से। इस वक्त है । अव से । भविष्य में । जैसे,—अव तक किया अाजयन–सा पुं० [सं०] १ विजय । र युद्ध (को०] । सो किया आज से न करना। आज हो कि कल = थोडे दिनो अजिवन--सज्ञा पुं० [सं०] १ बरा । वेग । २. युद्ध । ३. मे। दो चार दिन के अंदर ही। जैसे,—उनका अब क्या अाक्रमण [को०] ।। ठिकाना, अाज मरें कि कन्न । जवह-वि० [सं०][वि॰ स्त्री०माजवहा]जिसे बकरी ले जाये या ढोए। अाज- वि० [सं०] [वि० सी० श्राजी ] १ बकरासंबंधी । २ वकरे अजवह--मज्ञा पु० हिमालय का पर्वतीय देश जहाँ भोजन आदि की जवह-मज्ञा पु० हिमा से उत्पन्न (को०] । | सामग्री बकरियो पर लदकर जाती है । भाज-सज्ञा पुं० १ गृध् । गिद्ध । २ भाज्या घृत । घी । ३. क्षेपण । - प्राजसिक--वि० [सं०] अजस्र या प्रतिदिन होनेवाला [को०] । आज | फेंकना (को०] 1 आजा--सज्ञा पुं॰ [सं० झार्यक, प्रा० अज्जश्र][ली० आजी] पितामहे ।। आजक-सच्चा पु० [म.] बकरी का झुडे (को०] । दादा ! बाप का बाप । उ०——ाजा को धर अमर है बेटा के अाजकल----क्रि० वि० [हिं० ज+कल] इन दिनो। इस समय । सिर भार। तीन लोक नाती ठगा, पडित करी विचार ।--- वर्तमान दिनो में। जैसे,—आजकल उनका मिजाज नही कवीर (शब्द०)। मिलता है। अजिगुरु-सञ्ज्ञा पुं० [हिं० आजा + गुरु] १ गुरु का गुरु । २ गुरु की मुहा०- अाजकल में = थोडे दिनो मे । शीघ्र । जैसे,—धवरायो । मत, अाजकल में देता हूं। आजकल करना, आजकल अाजा या दादा ।। वताना = टानमटोल करना । हीला हवाली करना। जैसे, जात–वि० [सं०] उच्च या खयात कुल में उत्पन्न [को०)। | हो. देना हो तो दो । प्रजाति--सज्ञा स्त्री० [सं०] १ जन्म । उत्पत्ति । २. अच्छा बंश[को०]। (ख) जब मैं माँगने जाता है, तब वह मुझ को अाजकल बता जाद-वि० [फा० अाजाद] १ जो वद्ध न हो। छुटा ह । वरी । देता है। आजकल लगाना = अव तव लगना। मरने मे दो जैसे,—राज्याभिषेक के अवसर पर बहुत से कैदी अाजाद किए ही एक दिन की देर होना । मरणकाल निकट अना । जैसे, गए । २ बेफिक्र । वेपरवाह । ३ म्वत । जो किमी के अधीन उनका तो अाजकल लगा हैं, जा कर देख अम्रिो । थाजकल न हो । स्वाधीन । उ००---माहा ने इस गुलाम को आजाद कर होना = (१) टालमटोल होना 1 हीला हवाला होना । जैसे,— दिया । लो वदगी कि वदनी में छूट गए हम ।—शेर०, महीनों से तो अजिकल हो रहा है, मिले तव जाने ।-- पृ० ४५९ । ४ दिदर । निर्भर । अशक । चैधडक । ५ स्पष्ट (२) दे० 'आजकल लगना' । आज मरे कल दूसरा दिन = वक्ता । हाजिरजवाव । ६ उद्धन । ७ शकिचन । निष्परिग्रह । मरने के पीछे जो चाहे सो हो, मरने के बाद कोई चिंता ८ कही एक जगह न रहनेवानी । वेपता । धे-निशान । नही रहती । ६ एक प्रकार के मुसलमान फकीर जो दाढी, मूछ र म अाजकार-संज्ञा पु० [स०] शिव का बैल । नदी [को॰] । आदि मुडाए रहते हैं और न रोजा रखते हैं और न नमाज आजगर-वि० [सं०][ वि० जी० भाजगरी] १. अजगर संबधी। २. पढ़ते हैं। ये सुफी संप्रदाय के अतर्गत हैं और अद्वैतवादी हैं। अजगर के समान [को०] । क्रि० प्र०—करना ।--हना |--होना।