४२२२ लड़ाइता लडाइता-वि० [हिं० लाड (= प्यार) ] २० 'लता' । उ०-नदरु लाई नामी नाही ना या गापर। दाम यशोदा के लडाइते कुंवर यि हरे चार गोरिन के सोरिन बगे (ग २०)। रहें। -देव (शब्द०)। लडायता-० [fo at: (= 'या-) लडाई-सज्ञा स्त्री० [हिं० लहना+पाई (प्रत्य०)] १ बाघात करने- लडिका- | पु० [Eि Tim" | 30ो वाले शत्रु पर आघात करने की क्रिया । आपात प्रतिघात । एक कहनि मागी। जाम तक गिय का दूसरे पर वार । एक दूसरे को चोट पहुंचाने की क्रया या भाव । -- नद० ग्र०२२६ । भिडत । युद्ध । लस्ति- [म०] इला गणगीता इयर उम मालाना [को० । क्रि० प्र०—करना ।—होना । लडी-० [H० य प्ट, प्रा०] १ गीय म गठी हुई या यौ०-लडाई भिडाई । 13 दूगरी • गा कामी भोपी पति। २ सेनामो का परस्पर आघात प्रतिघात । नग्राम । जग । युद्ध । माना। पंगे,-गोगिया तीन २ रम्मा या गुन्हा जमे,-दोनों राज्या के बाच लडाई हो रही है। तार (, Tई तार गिर वटे गा गुम जाय)। ३ पक्ति । मनार । HिT.IHI प्रेरणा । ज, यहा 7 पहा नक क्रि० प्र०—करना । छटना ।-ठनना। -मचना ।—होना । टागावी | 371 गर। १ पनि मे ना पहला या मुहा०-लडाई का मैदान = रणक्षेत्र। लटाई पर जाना = योद्धा मजरिया मावा याकार रा गुग। या सैनिक के रूप मे रणक्षा में जाना। लडीला!-वि० [F१० ला+ना (प्र.प.) [ii. M वाला ३ एक दूसरे को पटकने का प्रयत्न । मल्लयुद्ध । कुश्ती । ४ परम्पर दुलारा । प्यारा। कठार शब्दो का व्यवहार । वाग्युद्ध । झगा। वह । तकरार लङ प्रा, लडुबा-1 पुं० [ म TT T] मारक । ना। हृज्जत । कहा मुनी। उ०-भूति मन मन गई।-नद००,१ १२८ | यौ०-लडाई झगडा। लडता'-वि० [f६० लाट (= 'पा)+ ऐसा (प्रत्य॰)] [वि. ५ वादविवाद । बहस । ६ दो वस्तुग्रो का वेग के साथ एक लती १ जिनका वा ना प्यार हा । जिसपर बटुन प्रेम दूसरी से जा लगना । टकर । ७ वरावा या प्रातपक्षो क व्यव- हार स अपनी रक्षा करन और उस फल करने का परस्पर किया जाय । लादना । लाग। जन-जन तक विगह प्रयत्न । व्यवहार या मामले म मफलता क ालय एक दूसर क जाते है । २ जो लाड प्यार के तारण यात इतराया हा। जिसमा स्याय रिती यत प्रेम दिवान के कारण विराड विरुद्ध प्रयत्न या चाल। जैस,-जमान क लिय अदालत में लडाई। अनबन। विरोध । बर । विगाड । दुश्मना । गया हो। पृष्ट । गो।। ३ पारा। ग्यि । -जितहा जैस,-उन दोनो में प्राजकल लडाई है। जित राय यार लहनी तिनही त्रागुन रा ।-गूर (सद०)। लडाका-वि॰ [हिं० लडना+पाका (प्रत्य०)। [वि० स० लडाका] लड़ता'-वि० [हिं० उना ] नाता । नाना। चौर । उ०- कहा लहान म लाल बेल 1- महारो (सन्द०)। १ लडनवाला । योद्धा । सिपाहा । २ बात बात में ले जान- वाला । बहुत झगडा करनवाला । झगडालू । फसादा । लड्ड-सा पुं० [सं० लटक, ल] पूत । पापाज । बदमाश । लड़ाकू-वि० [हिं० लडना+ अाकू | १ युद्ध मे व्यवहृत होनेवाला । दुष्ट फिो०] । लडाइ म काम आनेवाला । जैस,-लडाकू जहाज । २. द. लड्डू-मधा ० [ म० ल-7 ] गाल बंधो हुई मिगई । नायक । 'लहाका'। विशेषला, कई प्रकार के प्रौर कई चाजो के वनन है । जैस,- लडाना-क्रि० स० [हि० लटना का प्रेर० स्प] १ लाने का काम वमन के लहु, खाए । ल., बैगन की बुंदिया के लड्डू, जो दूसरे से कराना । लडन म प्रवृत्त करना । जस,-उन दानो वावर क लए बार मातीचूर पाहलाते हैं । 41 तुम्ही लडा रहे हो । २ झगडे मे प्रवृत्त करना । कलह क मुहा०-( मन के) लगाना या फाडना = व्यध फिसी वडे लिय-उधत करना । ३ एक वस्तु का दूसरी स वेग या झटक लाभ की कल्पना करना जिराका होना परत पाठिन हो । क साथ मिला दनार खिलाना । भिडाना। ४ लक्ष्य पर लड्डू सिलाना = उत्सव मनाना। दावत करना। लड्डू पहुचाना । किसी स्थान पर फफना या डालना । जसे,-निशाना मिलना=काई अच्या लाभ हाना । जैसे,—यहां जाने से क्या लडाना, अखि लडाना। ५ परपर उलझाना । जैस,-पतग लष्ट मिल गया? लड्डू बटना = लाभ या प्राप्ति होना । लडाना, डोरा लडाना। ६. सफलता के लिये व्यवहार मे लाना। जैम,-वहाँ क्या लड्डू वटता है ? ठग के लड्डू खाना = पागल सिद्धि के लिये संचालित करना । जैसे, युक्ति लड़ाना, बुद्धि होना । नासमझी करना । हाश हवाश मे न रहना । लहाना। विशेप-पहले ठग लोग मुमाफिरी का घोसे से मादक वस्तु या लड़ाना-क्रि० स० [हिं० लाड (= प्यार) लाड प्यार करना । विप मिला लड्डू खिला देते थे, और जब वे बेहोश हो जात दुलार फरना। प्रेम से पुचकारना । उ०-नव नव लाइ तब उनका माल लूट लेते थे।
पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 8.djvu/४९१
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