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हिंदी शब्दसागर के सशोधन सपादन का सपूर्ण तथा प्रथम एव द्वितीय भाग के प्रकाशन का साठ प्रतिशत व्ययभार भारत सरकार के शिक्षामत्रालय ने वहन किया । परिवर्धित, संशोधित, नवीन संस्करण शकान्द १८६३ स०२०२८ वि० १९७१ ई० नागरीप्रचारिणी सभा वाराणसी मूल्य राभुनाथ वाजपेयी द्वारा नागरी मुद्रण, वाराणसी में मुद्रित