पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 11.djvu/१७८

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हाथ ५४६० हाथ हाय चाटना - सामने रखा भोजन कुछ भी न छोडना, सब खा जाना । सब खाकर भी न तृप्त होना । हाथ छूटना = मारने के लिये हाथ उठना । (किसी पर) हाथ छोडना- मारना। प्रहार करना। हाय जडना थप्पड मारना । प्रहार करना । हाथ जोडना = (१) प्रणाम करना । नमस्कार करना। (२) अनुनय विनय करना। (३) प्रार्थना करना । (दूर से ) हाथ जोडना = ससर्ग या सवध न रखना। किनारे रहना। पीछा छुडाना । जैसे,—ऐसे आदमियो को हम दूर ही से हाथ जोडते हैं । हाथ जुठा होना = हाथ मे खाने पीने की चीज लगी रहना या हाथ का मुंह मे पड जाना (ऐमा हाथ अशुद्ध माना जाता है)। (किसी काम मे) हाय जमना = दे० 'हाथ वैठना'। हाथ झाडना (१) लडाई मे खूब शस्त्र चलाना । खूब हथियार चलाना। (२) वार करना। प्रहार करना । खूब मारना । हाथ झुलाते या हिलाते प्राना = कुछ भी न लेकर पाना । खाली हाथ लोटना। हाथ झाड देना = खाली ह थ हो जाना। कह देना कि मेरे पास कुछ नहीं है । हाय झाडकर खडे हो जाना = खाली हाथ दिखा देना । कह देना कि मेरे पास कुछ नही है। जैसे,—तुम्हारा ग्या? तुम तो हाथ झाडकर खडे हो जानोगे, सारा खर्च हमारे ऊपर पडेगा। हाथ झाडना = अपने पास कुछ भी न रह जाना। पाली हाथ हो जाना। उ०-~-कहैं कवीर मत की बारी, हाथ झाड ज्यो चला जुवारी ।-कवीर श०, भा० १, पृ० २६ । हाथ झुलाते याना = खाली हाथ आना। कुछ भी लेकर न पाना । उ०-कोई खत वत लाए हो या यो ही पाए हो हाथ झलाते ।- फिसाना०, भा० ३, पृ० १८२ । हाथ टूटना = (१) सामर्थ्य न रहना । काम करने की हाथ मे ताकत न रहना । उ०-क्या हुअा जो कुछ हमे टोटा हुआ । है हमारा हाथ तो टूटा नही ।-चुभते०, पृ० ५२ । (३) अत्यत घने प्रिय वधु या सहयोगी का न रह जाना। दे० 'बाह टूटना' । हाथ टेकना = माहारा देना। हाथ डालना = (१) किसी काम मे हाथ लगाना । योग देना। (२) दखल देना। (३) बुरी भावना से किसी स्त्री को हाथ लगाना । (४) लूटना । माल मारना । हाथ तकना = दूमने के देने के ग्रासरे रहना । दूसरे के प्राश्रित रहता। हाथ तग होना-सर्च करने के लिये रुपया पैसा का न रहना । हाय थिरकाना या नचाना = नाचने या बोलने मे हाथ मटकाना हिलाना । हाथ दिलाना 3 नजर झडवाना। भूत प्रेत की बाधा शात करने के लिये सयाने को दिवाना । हाथ दिखाना = (१) भविप्य शुभाशुभ जानने के लिये सामुद्रिक जाननेवाले से हाथ की रेयानो का विचार कगना । (२) वैग को नाडी दिखाना। (३) हस्तकौशल दिखाना। हाय की कारीगरी प्रदर्शित करना । (४) युद्ध मे शत्रुयो पर जमकर शस्त्र चलाना । समर भूमि मे युदकोशल का प्रदर्शन करना। उ०-हजारी रसाला वाढे अपार्ड दिखाया हाय । न बीरी क्मा का बखाणे नवाब।- थोकी० ग्रल, भा० ३, पृ० १२७ । हाथ देखना = (१) वैद्य का रोगी की नाही देशकर रोग की स्थिति जानना। नाडी देखना। (२) मामुद्रिक का विचार करना। हथेली को रेखाम्रो से शुभा- शुभ भविष्य का विचार करना । हाथ देते ही पहुंचा पकडना = थोडी सी सुविधा मिलते ही अधिक सुविधा प्राप्त करने का प्रयत्न करना । उ०-इसके मानी क्या । हाथ देते ही पहुंचा पकड लिया। - फिसाना०, भा० ३, पृ० २८३ । हाथ देना 3D (१) सहारा देना। (२) बाजी लगाना । (३) गुप्त रूप से सौदा त करना। (४) दीया वुझाना । (५) भूत प्रेत को बाधा का विचार करना । (६) रोकना । मना करना । (किसी का) हाय धरना = (१) कोई काम करने से रोकना । जैसे,—जिसको जो चाहे दें, कोई हाथ धर सकता है। (२) किसी को सहारा देना । अपनी रक्षा मे लेना । (३) पाणिग्रहण करना । विवाह करना। (किसी पर) हाथ धरना = किसी को आशीर्वाद देना । (किसी वस्तु या वात से) हाथ धोना = (१) खो देना। प्राप्ति की सभावना न रखना। नष्ट करना। जैसे,—(क) जान से हाथ धोना। (ख) मकान से हाथ धोना। (२) समझ न होना। बिना वुद्धि के या बिना विचारे काम करना। उ०- अक्ल को तो हुस्न पारा रो चुकी अक्ल से कब की हाथ धो चुकी ।—फिसाना०, भा० ३, पृ० ३२० । हाथ धोकर पीछे पडना = (१) किसी काम मे जी जान से लग जाना । सब कुछ छोडकर काम मे प्रवृत्त हो जाना । (२) किसी को हानि पहुंचाने मे सब काम धधा छोडकर लग जाना । जैसे,-न जाने क्यो वह आजकल हाथ धोकर मेरे पीछे पड़ा है। उ०-धो न बैठेंगे हितो से हाथ हम । हाथ धोकर क्यो न वे पीछे पडें।-चुभते०, पृ० १४। हाथ धो बैठना = किसी काम से, किसी प्रिय वस्तु या व्यक्ति से निराश हो वैठना। हाथ न रखने देना या पुढे पर हाथ न धरने देना = (१) बहुत तेजी दिखाना। हाथ रखते ही उछलने कूदने या दौडने लगना (घोटे के लिये प्रयुक्त)। (२) जरा भी बातो मे न पाना । थोडी सी बात भी मानने के लिये तैयार न होना । दृढ रहना । जैसे,- उमे कैसे राजी करे, हाथ तो रखने ही नहीं देता। हाथ पकडना = (१) किसी काम से रोकना । (२) सहारा देना । सबल देना। उ० है गई अब बुरी पकड पकडी । आप पा हाथ ले पकड मेरा।-चुभने०, पृ० ४। (३) आश्रय देना। शरण मे लेना । रक्षक होना। (४) पाणिग्रहण करना। विवाह करना। हाय पडना % (१) हाथ लगना। किसी व्यक्ति, वस्तु या पदार्थ से हाथ का स्पर्श होना । हाथ छू जाना। (२) मार पडना। मार खा जाना। (३) न चाहते हुए भी किसी का साथ हो जाना। (४) छापा पडना । डाका पडना। लूट होना। जैसे,--प्राज बाजार मे हाथ पड गया। हाय पत्थर तले दबना = (१) मुश्किल मे फंसना । सकट या कठिनता की स्थिति मे पडना । (२) कुछ कर घर न सकना । कुछ करने की शक्ति या अवकाश न रहना । (३) लाचार होना। विवश होना । (४) किसी चलते हुए काम को वद करने के लिये विवश होना। हाथ पर गगाजली रखना = (१) गगा की शपथ देना । कमम खिलाना । (२) गगा की शपथ खाना। कसम खाना। हाथ पर नाग खेलाना = अपनी जान जोखो मे डालना । प्राण सकट मे डालना । हाथ पर जीव लेना = दे० 'हथेली पर सिर रखना या लेना' । यह जानते हुए