सयोग सयमक ४८८० साथ इद्रियो को वश में रखने को क्रिया। चित्तवृत्ति का निरोध । सयान-~-सञ्चा पुं० [म०] [वि० सयात, सयायो] १ महगमन । जाना। २ याना । सफर। ३ हानिकारक या बुरी वस्तुप्रो से बचने को क्रिया। परहेज । जैसे,—सयम से रहो तो जल्दी अच्छे हो जाओगे । ४ वाँधना । यौर-उत्तम सयान = मुरदे को ले चल ना । बधन । जैसे,—केश सयम । ५ बद करना । मुदना । ६ योग ३ प्रस्थान । रवानगी । ४ गाडी । शक्ट । ५ घोडो को नियत्रण मे ध्यान, धारणा और समाधि या उनका साधन । ७ प्रयत्न । मे रखना (को०)। ६ याकार । प्राकृति । मांचा (को०)। उद्योग। कोशिश। ८ धूम्राक्ष के एक पुत्र का नाम । ६ सयाम-शा पुं० [स०] दे० 'सयम' [को०) । प्रलय । १० धार्मिक व्रत, अनुष्ठान आदि (को०)। ११ तपश्चरण । सयाव-मता पुं० [मJएक प्रकार का पकवान या मिठाई। पिराक | तपस्या (को०)। १२ मनुष्यता। मानवता। आदमियत "को०)। गोझिया। १३ वन, अनुष्ठान आदि करने के पूर्व किया जानेवाला धार्मिक कृत्य (को०)। १३ विनाश (को०)। सयुक्-वि० [सं० सयुज् । १ सबद्ध । जडा हुा । २ गुणवान् [को०।। सयमक-वि० [सं०] १ नियता। नियन्त्रण करनेवाला। २ सयम सयुक्त-वि० स०] १ जुडा हुआ। लगा हुया । २ मिला हुग्रा। करनेवाला । वृत्तियो का निरोध करनेवाला । सयमी (को०] । जैसे, -सयुक्त अक्षर ।। सवद्ध । लगाव रखता हुआ। सयमन'--सञ्चा पुं० [सं०] १ रोक । २ दमन । दबाव । निग्रह । ३ ४ सहित । साय। ५. पूण | लिए हुए। समन्वित । ७ आत्मनिग्रह । मन को वश में रखना। ४ वद रखना। कैद मवधो (को०)। ८ विवाहित (को०)। है समिलित रूप में करनेवाला । १०. जडा हुआ (को०) । रखना। ५ बधन मे बाँधना । जकडना । कसना । ६ खोचना। तानना (लगाम आदि) । ७ यमपुर । ८ वह प्रागण जो यौ-सयुक्त कुटु ब, संयुक्त परिवार = वह कुटु व जिसमे परिवार चारो ओर चार मकान होने मे बन जाय (को०) । २ वह के सभी लोग साथ मिलकर रहते है। जो सयमन करता हो (को॰) । सयुक्ता-सञ्ज्ञा स्त्री॰ [स०J१ भगवतवल्ली । पावर्तकी लता। २ सयमन'- वि० नियता । नियामक (को०] । एक छद का नाम । ३ जयचद यो कन्या । सयमनी-सञ्ज्ञा स्त्री० [स०] यमराज की नगगे। यमपुरी जो मेर सयुग-सचा पु० [स०] १ भेल । मिलाप । सयोग । समागम । २ पर्वत पर मानी गई है। उ०—इतनी बात के सुनते ही अर्जुन भिडना । भिडत । ३ युद्ध । लडाई। उ०-रोप्यो रन रावन, धनुप वाण ले वहाँ से उठा और चला चला सयमनी पुरी मे बोलाए वीर वानइत जानत जे रोति सब सयुग समाज की । धर्मराज के पास गया ।-नल्लू (शब्द०)। चली चतुरग चमू, चपरि हने निसान, सेना सराहन जोग राति- सयमित'-वि० [सं०] १ रोक मे रखा हुआ। काबू मे लाया हुआ । चरराज की । -तुलसी (शब्द०)। २ दमन किया हुआ । ३ बँधा हुआ । कसा हुआ। ४ पकड सयुगगोष्पद -पच्चा पु० [सं०] मामूलो झगडा । सामान्य वात पर मे लाया हुआ । कसकर पकडा हुआ । ५ जो मन को रोके हो। कलह (को०)। इद्रियनिग्रही । ६ वदी। कैदी (को०)। ७ धार्मिक सयुगमू -मा पु० [सं० सयुगमूर्धन्] युद्ध का अग्रिम मोरचा [को॰] । प्रवृत्तिवाला (को०)। ८ एकत्रित (को०)। सयुज-वि०, सज्ञा पुं० [स०] दे० 'सयुक् । सयमित-सञ्ज्ञा पुं० स्वरो का नियन्त्रण [को॰] । सयुजा-या स्रो॰ [स०] मेल । मिलान । जोड को०] । सयमिनी-सशा स्त्री॰ [स०] दे० 'सयमनी' (को०] । सयुत-वि० [स०] १ जुडा हुआ। मिला हुआ। बंधा हुमा। २ सयमो'-० [सं० सयमिन्] १ रोक या दवाव मे रखनेवाला। सबद्ध। एक साथ लगा हुआ। ३ सहित । साय । ४ काबू मे रखनेवाला। २ मन और इद्रियो को वश मे रखने- समन्वित। वाला। आत्मनिग्रही । योगी। ३ जो बँधा हुआ या वधन मे दो हो । बद्ध (को०) । ४ वुरी या हानिकारक वस्तुग्रो से वचने- मयुत'--सशा पु० एक छद जिसके प्रत्येक चरण मे एक सगण, वाला। परहेजगार। जगण और एक गुर होता है। सयमों-सचा पुं० १ शासक । राजा । २ यति । ऋपि (को०)। सयुति-सञ्चा बी० (स०] १ (गणित मे) दो या दो से अधिक सख्यानो का योगफल | २ ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दो सयम्य-वि० [स०] जो सयमन करने लायक हो । नियन्त्रण या दमन नक्षतो का योग (को०)। करने के योग्य [को०] । सयोग-सञ्चा पु० [सं०] १ दो वस्तुओ का एक मे या एक साथ होना। सयात--वि० [स०] १ एक साथ गया हुआ। साथ साथ लगा हुआ। मेल । मिलान । मिलावट । मिथए । २ समागम । मिलाप । २ पागत । पहुँचा हुआ । प्राप्त । दाखिल । विशेष-यह शृगार रस के दो भेदो मे से एक है। इसी को सयाति-सञ्ज्ञा पु० [स०] १ नहुष के एक पुत्र का नाम । २ वहुगव सभोग शृगार भी कहते है। या प्रचिन्वान् के पुत्र का नाम । सयात्रा-सञ्ज्ञा स्त्री॰ [स०] १ साथ साथ जाना। सह्याना । २ समुद्री ३ लगाव । सवध । । सहवास । स्त्री पुरुप का प्रसग । ५ विवाह सबध । ६ दो राजायो की किसी बात के लिये सधि । ७ याना को०] । किसी विपय पर भिन्न व्यक्तियो का एकमत होना।
पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 10.djvu/६४
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।