पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग ५.pdf/८८

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बमात २३८१ बनायन बनात-संशा सी [ हिं० पाना ] एक प्रकार का बदिया ऊनी कपड़ा आल्हा उदल इसी जाति के क्षत्रिय थे। जो कई रंगों का होता है। बनाबंत, बनावनत*-संज्ञा पुं० [हिं० बनना+अबनना ] बनाती-वि० [हिं० बनात+ई (प्रत्य॰)] (१) बनात संबंधी। विवाह करने के विचार से किसी लड़के और लरकी की (२) बनास का बना हुआ। जन्मपत्रियों का मिलान । इसे 'बनता बनत' भी कहते हैं। बनाना-क्रि० स० [हिं० बनना का स० रूप] (1) रूप या क्रि० प्र०-बनना ।-मिलना । अस्तित्व देना । सृष्टि करना । प्रस्तुत करना । रचना । तैयार : बनाम-अव्य. [ फा . ] नाम पर । नाम से। किसी के प्रति । करना । जैसे,—(क) यह सारी सृष्टि ईश्वर की बनाई हुई . विशेष--इस शब्द का प्रयोग बहुधा अदालती कार्रवाइयों में है। (ख) अभी हाल में कुछ नए कानून बनाए गए हैं। वादी और प्रतिवादी के नामों के बीच में होता है । यह (ग) वे आजकल एक महाकाव्य बना रहे है । (घ) . वादी के नाम के पीछे और प्रतिवादी के नाम के पहले इस सड़क पर एक अस्पताल बन रहा है। रखा जाता है। जैसे, रामनाथ (वादी) बनाम हरदेव संयो०क्रि०-डालना ।—देना ।-लेना। (प्रतिवादी)। मुहा०---बना कर खूब अच्छी तरह । भली भाँति । पूर्ण रूप बनाया-क्रि० वि० [हिं० रनाकर अच्छी तरह ] (१) विलकुल । से । जैसे,—आज यह लड़का ख़ब बनाकर पीटा गया है। पूर्णतया। उ.-पवन सुबन लंकेश हूँ खोजत खोजत बनाए रखना जीवित रखना । जीता रहने देना । जैसे, जाय । जामवंत कह लखत भे शर जर्जस्ति बनाय।- ईश्वर आपको बनाए रखें। ( आशीर्वाद ) रघुराज । (२) अच्छी तरह से। 30-लाम्यो पुनि सेवा (१) किसी पदार्थ को काट छाँटकर गढ़कर, संचारकर । करन नृप संतन की आय । कनक यार सातहुन के धोये पकाकर था और किसी प्रकार तैयार करना। ऐसे रूप में चरन बनाय।-रषुनाम । लाना जिसमें वह व्यवहार में आ सके । रूप परिवर्तित बनार-संज्ञा पुं० ! ? ] (1) चाकसू नामक ओषधि का वृक्ष । करके काम में आने लाया करना । जैसे, कलम बनाना, (२) कासमर्द । काला कसौंदा । (३) एक प्राचीन राज्य भोजन बनाना, कुरता बनाना । (३) ठीक दशा या रूप में जो वर्तमान काशी की उत्तर सीमा पर था। कहते हैं कि लाना । जैसा होना चाहिए वैसा करना । जैसे, अनाज "बनारस" का नाम इसी राज्य के नाम पर पड़ा है। बनाना, हजामत बनाना, बाल बनाना ( कंघी से संवा-बनारसी-वि० [हिं० बनारस+ ई (प्रत्य॰)] (1) काशी संबंधी। रना), तरकारी बनाना ( छील या काटकर ठीक करना काशी का । जैसे, बनारसी दुपट्टा, बनारसी जरी । (२) या पकाना )। (४) एक पदार्थ के रूप को बदलकर ! काशीनिवासी। दृसरा पदार्थ तैयार करना । जैसे, गुड से चीनी बनाना, ! बनारी-संज्ञा स्त्री० [सं० प्रणाली ] एक बालित लंबी और छ: मक्खन से घी बनाना । (५) दूसरे प्रकार का भाव या अंगुल चौड़ी लकड़ी जो कोल्ह की खुदी हुई कमर में संबंध रखनेवाला कर देना । जैसे, दुश्मन को दोस्त कुछ नीचे लगी रहती है और जिससे नीचे नौद में रस बनाना, संबंधी बनाना । (६) कोई विशेष पद, मर्यादा या गिरता है। शक्ति आदि प्रदान करना । जैसे, सभापति बनाना, मनेजर बनाल, बनाला-संज्ञा पुं० दे० "बंदाल"। बनाना, तहसीलदार बनाना, नेता बनाना । (७) अच्छी बनाव-संज्ञा पुं० [हि बनना+आव (प्रत्य॰)] (१) बनावट । या उन्नत दशा में पहुँचाना । जैसे,—उहोंने अपने रचना । (२) शृंगार । सजावट । आपको कुछ बना लिया।(6) उपार्जित करना । वसूल . यौ०-बनावसिंगार। करना । प्राप्त करना । जैसे,—उसने बहुत रुपया बनाया। (३) तरकीब । युक्ति । तदबीर । उ०-जो नाहि जाउँ रहा (१) समाप्त करना । पूरा करना। जैसे,—अभी तस्वीर नहीं। पछितावा । करत विचार न बन बनावा ।-तुलसी। बनाई । (10) आविष्कार करना । ईजाद करना । 'बनावट-संज्ञा स्त्री० [हिं० बनाना+वट (प्रत्य॰)] (१) बनने या निकालना । जैसे,—उन्होंने एक नई तरह की बाइसिकिल बनाने का भाव । रचना । गढ़न । जैसे, इन दोनों कुरसियों बनाई है जो पानी पर भी चलती है और ज़मीन पर भी। की बनावट में बहुत अंतर है। (२) उपरी दिखावा । (११) मरम्मत करना । दोष दूर करके ठीक करना । जैसे, ! आउंबर । जैसे, जिन आदमियों में बनावट होती है, वे बदी बनाना, बाइसिकिल बनाना । (२) मूर्ख ठहराना । शीघ्र ही लोगों की आँखों से गिर जाते हैं। उपहासासद करना । जैसे,—आज वहाँ सब लोगों ने मिल बनावटी-वि० [हिं० बनावट ] बनाया हुआ। नकली। कृत्रिम । कर इन्हें खूब बनाया। जैसे, बनावटी हीरा बनाफर-संज्ञा पुं० [सं० वन्यफल !] क्षत्रियों की एक जाति। बनावन-संज्ञा पुं० [हिं० बनाना | कवियों, मिशी, छिलके