पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग ४.pdf/२४०

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टिदिम्मा रिपवाना टिटिम्मा-तो पुं० [भ ततिम्महू] ३० "टिटिंबा'। -- “घटा के समान उमडकर चलता है, उस समय आकाश मे टिटिह-सवा 'पु० [सं० टिट्टिम] टिटिहरी चिडिया का नर । उ० । मंधकार सा हो जाता है मोर मागं के पेड़ पौधों भौर खेतों में देखा टिटिह टिटिहरी माई। चोंचे भरि भरि पानी लाई।-- पत्तियों नही रह जाती। टिड्डियाँ हजार दो हजार कोस तक नारायणदास (शब्द०)। की संबी यात्रा करती हैं और जिन जिन प्रदेशों में होकर टिटिहरी-सचा त्री० [सं० टिट्टिम, हिं. टिटिह] पानी के किनारे जाती हैं, उनकी फसल को नष्ट करती जाती हैं। ये पर्वत की - रहनेवाली एक चिडिया जिसका सिर लाल, गरदन सफेद, पर कवरामो मोर रेगिस्तानो मे रहती हैं भौर बालू में अपने प्रडे "चितकबरे, पीठ खैरे रंग की, दुम मिलेजुले रंगों की पोर पोंच देती हैं। भमिका के उत्तरी तथा एशिया के दक्षिणी भागों काली होती है। कुररी। , .

में इनका पाक्रमण विशेष होता है। -

विशेष-इसकी बोली कडई होती है और सुनने में 'टी टी' की To-टिड्डी दल- बहुत दडा । बहुत बडा समूह । बडी ध्वनि के समान जान पड़ती है। स्मृतियों में द्विजातियो की भारी भीड़ या सेना । लिये इसके मासमक्षण का निषेध है। इस चिड़िया के संबंध टिढ़विंगा-वि० [हिं० टेढ़ा+वंक] जो सीधा मौर सुडौंस न हो। मे ऐसा प्रवाद है कि यह रात को इस मप से कि कही-माकाश - टेढ़ामेढ़ा । न टूट पडे, उसे रोकने के लिये दोनों पैर ऊपर करके चित टिदबिङगावि० [हिं० टेढ़ा+बेढगा] टेदामेंढा । बेढंगा। सोती है। , “.... टिनाना-क्रि० स० [हिं०] १. क्रुद्ध होना। कष्ट होना । २. (शिश्न दिदिहा--सधा पुं० [सं० टिट्टिम] टिटिहरी चिड़िया का नर । उ०- फा) उत्तेजित होना। " टिटिहा कही जाऊँ ले कहाँ । यहि ते नीक मौर हैं वहाँ । टिन्नाफिस्स-सस ० [हिं० टिनाना में फिस] मालोचना । निंदा । तारायणदास (शब्द॰) । कहासुनी। उ०-तिस पर भी मापने जो इतना टिप्नाफिस्स टिटिहारोर-सहा पुं० [हि. टिटिहा + रोर] १ चिल्लाहट । शोर- ... किया तो बडा परिश्रम पड़ा। प्रेमघन॰, भा॰ २, पृ० २३ गुल । २ रोना पीटना । ऋदन । टिप-संक सी० हिं० टीपना] सौप के काटने का एम प्रकार । सांप टिटुआ-सज्ञा पुं० [हिं० टट्ट का भरूपा०] [स्त्री० टिटुई] छोटा ट्ट का ऐसा वंश जिसमें दांत चुभ गए हों और विष रक्त मे मिल उ.--टिदई कॅटन को बोझा बहि सफत नहीं जिमि ।- गया हो। . - - - - प्रेमघन॰, भा० १, पृ०५७। । टिपर--सहा बी० अं० पुरस्कार के रूप में मल्प मात्रा...में दिया- टिट्रिभ-संशा पुं० [सं०] [ली. टिट्टिमी] १. टिटिहा । नर टिटिहरी। जानेवाला द्रव्य-। बरूयोए। 13. -. . - .., : दे० 'टिटिहरी' । उ०-उमा रावनहि पस पभिमाना। जिमि ..विशेष- भोजनालय और होटलो. मादि में वैरो. तथा मोटर टिटिभ खग सूत उर्ताना ।—तुलसी (शब्द०)। २. टिड्डी । .. डाइवरों को दिया जानेवाला पुरस्कार 'टिप' कहा जाता है । टिट्टिभा-सना श्री० [सं०] टिटिभ की मादा । टिटिही। . टिपकना--क्रि० भ० [हिं०] दे;"टपकना । टिट्टिभी-सशास्त्री० [सं० टिट्टिभ टिट्टिम की मादा। --- टिपका -सचा पुं० [हिटिपकना] । कतरा । विदु । उ०- टिड़ो-सया श्री. [हिं. टिड्डी] दे० 'टिड्डी'। उ०---भेड़ प्रो टिजी नव मन दुष बटोरिया टिपका किया बिनास । दूध फाटिकांजी फो काज कीजै !-कबीर० रे०, पृ. २६ -- ... - . भया भया घीव का नास-कवीर (शब्द॰) । टिकीविड़ी-वि॰ [देश०] दे० 'विडीबिडी' । ....... - टिपकारी-संघ jo [हिंटिप] दीवारों पर इंटो की बीच की क्रि० प्र०—करना ।-होना। जोडाई पर सीमेंट अथवा चूने की लकीर। टिहास पुं० [सं० टिट्टिम] एक प्रकार का परदार कोग जो खेतो टिपटाप-वि॰ [अं॰ टिप+ टॉप १ चुस्त-। २ साफ सुथरी 'सुदर में तथा छोटे पेलो या पौधों पर दिखाई पहता है। ... वेशभूषा पहने हुए। - 7 विशेष-यह चार पांच घंगुल ला..पौर कई तरह का होता है, टिपटिप-पंजाबी पनु०] १वद'द गिरने का शब्द । टपकने जैसे, हरा, भूरा, चित्तीवार 1, यह नरम पत्ते खाकर रहता " का शब्द । वह शब्द जो किसी वस्तु पर वूद गिरने से है । गुवरले, तितली, रेशम के कीडे आदि की तरह. इसके होता है। २ बूंद के रूप में होनेवाली वर्षा । हलकी जीवन में प्राकृतिपरिवर्तन की भिन्न भिन्न अवस्थाएँ नही वृंदाबांदी। . . .... होती। मक्खियो की तरह इसके मूह में भी फंसाने के लिये कि प्र०-करनाला - - - ट्रेड होते हैं। टिट्टी-मचा स्त्री॰ [सं० टिट्टिम' या सं० तत् डीने उनका मुहा०---टिप टिप करना = बूप वूद गिरना या बरसना । टिपटिपाना-कि०म० [हिं० टिपटिप से नामिक घात] हलकी का टिड्डा या उडनेवाला कीड़ा जो भारी दल या समूह बांधकर चलता है और मार्ग के पेड पौत्र पौर फसल को घडी हानि वर्षा होना। पहुंचाता है। इसका माकार साधारण टिड्डे । के ही समान, टिपरिया-समा मी० [हिं० तोपना] बाँस, बेंत या मूज के छिलके पैर और पेट का रग लाल या नारगी तथा शरीर भूरापन लिए से बना हुमा ढक्कनदार छोटा पिटारा । पिटारी।। मोर चित्तीदार होता है। जिस समय इसका दल बादल की टिपचाना-क्रि० स० हि. टीपना ] . दबवाना । अपवाना ।