पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग ४.pdf/२३६

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

टारना टाला २ कोल्हू में पड़ा हमा वह लकडी का डंडा जिससे गडेरियो जैसे, भापत्ति टालना, सकट टालना, बला टासना। उ०- पलाई या हिलाई जाती हैं। मुनि प्रसाद वल तात तुम्हारी । ईस भनेक करवरै टारी- टारना-क्रि० स० [हिं०] दे. 'टालना' । उ०-(क) भूप सहस तुलसी (शब्द०)। दस एकहिं बारा। लगे उठावन टर न टारा।--तुलसी संयो० क्रि०-देना। (शम्द०)। (ख) जियन मूरि जिमि जोगवत रहे। दीप । ४. किसी कार्य का निश्चित समय पर न करके उसके लिये दूसरा वाति नहि टारन कहे।—तुलसी (शब्द०)। । समय स्थिर करना। नियत समय से मोर मागे का समय टारपोडो-सज्ञा पुं० [अं॰] एक विष्वंसकारी पत्र जिसमें भीषण ठहराना । मुलतबी करना । विस्फोटक पदार्थ भरा रहता है और जो बड़े समुद्री मत्स्य के विशेष-इस क्रिया का प्रयोग समय और कार्य दोनो के लिये प्राकार का होता है । विस्फोटक बज। होता है। जैसे, 'तथि टालना, विवाह की सायत या लग्न विशेष—यह जल के अंदर छिपाया रहता है। युद्ध के समय टालना, विवाह ालना, इम्तहान टालना। के जहाज पर इसे चलाते हैं। इससे लगने से जहाज में बड़ा सयो० कि०-देना। सा छेद हो जाता है और वह वही डूब जाता है। ५ समय व्यतीत करना। समय बिताना। ६. किसी (मावेश टारपीडो कैचर-सम्रा पुं० [मनु०] तेज चलनेवाला एक शक्तिशाली या भनुरोष ) को न मानना । न पालन करना। उल्लघन ; रणपोत या जगो जहाज जो टारपीडो चोट के प्रयत्न को करना । जैसे,-(क) हमारी बात वे कभी न टालेंगे । (ख) विफल करने और उसे नष्ट करने के काम में लाया जाता है। राजा की माज्ञा को कौन टाल सकता है ? ७. किसी काम दारपीरो बोट-सद्धा [म.] तेज चलनेवाली एक छोटी स्टीम वोट को तत्काल न करके दुसरे समय पर छोड़ना । मुलतबी जो युद्ध के समय शत्रु के जहाज को नष्ट करने के लिये उसपर करना । जैसे,—जो काम मावे, उसे तुरत कर ढाबो, कल पर टारपीडो या विस्फोटक बज चलाती है। नाशक जहाज। मत टालो। ८. बहाना करके किसी काम से बचना किसी - कार्य के सबंध में इस प्रकार की बातें कहना जिससे वह व टाल-सज्ञा स्त्री० [स० पट्टाल, हि. भटाला ] १ नोचे पर रखी करना पड़े। हुई वस्तुमो का ढेर जो दूर तक ऊंचा उठा हो। ऊंचा ढेर । भारी राशि। भटाला । गज। जैसे, लकड़ी को टाल, भुस संयो० कि०-वेना। की दाल, पयाल को टाल, घास की टाल । २ लकड़ी, भुस, महा०-किसी पर टालना- स्वय न करके किसी के करने से पयाल मादि की बड़ी दुकान ! ३ बैलगाडी के पहिए का लिये छोड़ देना। किसी के सिर मढना । जैसे,-जो काम किनारा ।। उसके पास जाता है, वह दूसरो पर टाल देता है। मुहा०-टाल मारना - पहिए के किनारो का छीलना। ६. किसी बात के लिये माजफल का झूठा वादा करवा । किसी" टान-सहा वी० [ देश ] एक प्रकार का घटा जो गाय, बैल, हाथी काम को मौर मागे चलकर पूरा करने की मिथ्या पाशा देना मादि के गले में बाधा जाता है। या प्रतिज्ञा करना । जैसे,—तुम इसी तरह महीनों से टालते माए हो, प्राज हम रुपया जरूर लेंगे। १०. किसी प्रयोजन टाल-सी .हि. डासना१ टालने का भाव । २ किसी रात से भाए हुए मनुष्य को निष्फल लोटाना। किसी मनुष्य का के लिये पाजकल का झूठा वादा। ऐसा बहाना जिससे किसी कोई काम पूरा न करके उसे इधर उधर की बातें कहकर समय किसी काम को करने से कोई पच जाय । फेर देना। पता बताना। टरकाना। जैसे,—इस समय इसे यौ०-टाखटूल । टालबटान । टासमठाल । टालमटूल । टाल कुछ कह सुनकर टाल दो, फिर मांगने पावेगा तब देखा मटोष । जायगा। ११. पलटना । फेरना । भौर का पौर करना । १२. टाल-सहा पुं० [सं० टार] व्यभिचार के लिये स्त्री पुरुष का समागम कोई मनुचिव या अपने विरुद्ध बात देख सुनकर न बोलना । करानेवाला। कुटना । भेडमा । बचा जाना । तरह दे जाना। दाल(ल-सहा स्त्री॰ [हिं० टाल+ट्रम ] दे० 'टालमठूल'। संयो०क्रि०-जाना। टालना-क्रि० स० [हिं० शासना] १. अपने स्थान से मालग करना। टालबटाल-सच्चा श्री० [हिं० टाल + घटाल'] दे० 'टालमटाल'। हटाना। खिसकाना । सरकाना । टालमटान'-सबा त्री० [हिं० टाल +म ( प्रत्य० ) + टाल ] संयो० क्रि०-देना। दे० 'टालमटूल'। २. दूसरे स्थान पर भेज देना। अनुपस्थित कर देना। दूरं टालमटाल-क्रि० वि० [(दलाली) टाली ( = अठन्नी)] भाषे माप । करना । भगा देना । जैसे,—जब काम का समय होता है तब निस्फा निस्फ। सुम उसे कही टाल देते हो। टालमटूल-सा पु० [हिं० टालना ] बहाना।। संयो० क्रि०-देना। टाला-वि० [(दलाली) टाली (= अठन्नी)][बी. टाली] भाषा । ३.दररता। मिटाना। न रहने देना। निवारण करना। मर्ष ( दलाल)। . भगवाा