पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग ३.pdf/२३९

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गुलबक्सर . "..विशेष-यह रंगत में सफेद और बहुत सुगंधित होता है। जिस गुलरुख-[फ. गुलरुख- वि० दे०. 'गूलरू'। प्रांत में यह होता है उस प्रांत के लोग इसे पीसकर पाई हुई गुलरू-वि० [फा०] फूल के समान प्राकृतिवाला । सुदर । - आँखों पर लगाते हैं। कहते हैं, यह मांख के कई रोगों की खूबसूरत । ..: :. . .. अच्छी दवा है। . . . . . .: गलरेजः-संवा पुं० [फा० गुलरेज] १. प्रातिशबाजी की एकप्रकार ३. उर्दू को एक प्रसिद्ध कहानी [को०] 1 . की फुलझड़ी। - विशेप- गुलबकावली के संबंध में लोगों में कई तरह की दंत- विशेष- इससे से कई तरह के बड़े बड़े फूलझड़ते हैं। यह शोरा,

क्याएं प्रसिद्ध है।

. : गंधक, कोयला, लोहचून और बाल्द मिलाकर बनती है। २. ____ गुलबक्सर- संज्ञा पुं॰ [ फा गुल+देश० बक्सर] नकस के खेल में एक कपड़ा। ..... .. ........ एक प्रकार की जीत की बाजी जो एक खिलाड़ी के हाथ में गलरेज - संचा पुं० फल बरसानेवाला। " - . दो वादशाह और एक एक्फा या दो बेगमें और एक एक्का गुललाला-मंचा पुं॰ [फा० गुललालह ] १. एक प्रकार का पौधा .:. या जाने से बनती है। (जुग्रारी)1 . जो पोस्ते के पौधे के समान होता है। २. इस पौधे का फूल महा--गुल फंसना=(किसी खेलाड़ी को) दो बादशाही या जो लाल रंग का, बहुत सुहावना और कोमल होता है। दे०

... वेगमों के बीच में एक एक्का मिलना।

- 'गुल्लाला' ।.. - गुलबदन- संझ पुं० [फा०] एक प्रकार का बहुमूल्य रेशमी कपड़ा गलशकर - संवा खौं० [फा०] गुलकंद। ... .

जो प्रायः लहरियादार या धारीदार होता है।

गुलशकरी-संज्ञा प्रो० [फा०] १. चीनी और गुलाब के फूल से बनी विशेप--यह पहले केवल लाल या गुलाबी रंग का होता और .. हुई मिठाई । २. गगैरन । . ... ..... काशी में बनता था, पर अब यह जब रंगों का और पंजाब गलशन-संज्ञा पुं० [फा०] वाटिका । बाग। फुलवारी। ... के कुछ नगरों में भी बनने लगा है। - गुलशब्बो-संज्ञा पुं० [फा०] १. लहसुन से मिन्नता जुलता एक _ गुलबाजी-संज्ञा स्त्री॰ [ फा० गुलवाजी ] एक दूसरे के ऊपर फूल प्रकार का छोटा पौधा जिसको रजनीगंधा, सुगंधराज भी फेंकना । फूलों का खेल । पुष्पकौड़ा। . कहते हैं । २. इस पौधे का फुल, जो सफेद रंग का और बहुत -गलवादला-सा पुं० [फा०] ऊदल नाम का पेड़ जिनके रेशों से . सुगंधित होता है । यह रात के समय फूलता है। ३. एक खेल ..." - मोटे रस्से बनते हैं । बूटी। जो चिराग बुझाकर खेला जाता है। इसमें लोग एक दूसरे गुलवूटा-संज्ञा पुं० [फा० गुल+हिं० बूटा ] ( किसी चीज पर , को चपत लगाते हैं। ... बनाया हुआ ) वेलबूटा । नक्काशी । गुलसुम-संशा पुं० [फा० गुल+हि सुमन] सोनारों का, नक्काशी गुलवेल--संच मोल [फा० गुल-+-हिं० बेल] एक प्रकार की लता। करने का, एक औजार जिससे वे फूल आदि बनाते हैं। .: गुल मखमल-संगापु० [फा० गलमखमल.] १. एक प्रकार का गनसौसनसंचा-पुं० [फा] एक प्रकार का फूल-जो हलके..पासमानी पीधा जिसके बीजों से पहले पनीरी तैयार करके तव-पौध : रंग का होता है । यह फारस में बहत होता है। ... लंगाए जाते हैं। इस पौधे का फल जो देखने में मखमल गलजारा-सा प ET. गलहज़ार 10 कार का की घुडियों के समान जान पड़ता है। गुललाला) ...: विशेष--यह सफेद लाल और पीला कई रंग का तथा ग्रहुत गुलहथी-मंथा श्री० [हिं० गुलत्यो ] दे० 'गुलत्यो' । . मुलायम और चिकना होता है। : गुलाव-संज्ञा पुं० [फा०] १. एक झाईया कॅटीला पौधा जिसमें बहुत -गलमा - संशा पुं० [?] मसालेदार कीमा भरी हुई बकरी की अंतड़ी सुंदर सुगंधित फूल लगते हैं। ... दुलमा । लँगूचा । विशेप-गुलाव के सैकड़ों भेद होते हैं पर मुख्य ३० जातियां . गुलमा-संशा पुं० [सं० गुल्म ] [श्री. गुलमी ] वह गोल कड़ी मानी गई हैं । गुलाब प्रायः सर्वत्र १६ से लेकर ७०, अक्षांश ...... सूजन जो चोट लगने से सिर या मत्थे पर होती है। तक भूगोल के उत्तरार्ध में होता है। भारतवर्ष में यह पौधा .. गुलमेंहदी-संज्ञा स्त्री० [फा० गुल+हिं० मेंहदी] १. एक प्रकार बहुत दिनों से लगाया जाता है और कई स्थानों में जंगली भी का पौधा जो कुपार में फूलता है। २. इस पौधे का फूल पाया जाता है। कश्मीर और भूटान में पीले फूल के जंगली जो कई रंगों का होता है। गुलाब बहुत मिलते हैं । दन्य अवस्था में गुलाब में चार पांच गुलमेख-संज्ञा पुं० [फा० गुलमेख ] वह कील जिसका सिरा फूल छित राई हुई पंखड़ियों की एक हरी पंबित होती है पर बनीचों ... के आकार का गोल होता है । फुलिया । में सेवा और यत्नपूर्वक लगाए जाने से पंखड़ियों की संख्या में बृद्धि होती है पर केसरों की संख्या घट जाती है । कलम पैबंद गुलमोहर -संज्ञा पुं० [अं० गोल्डमोर ] एक बड़ा फूलदार वृक्ष । .: प्रादि के द्वारा सैकड़ों प्रकार के फूलवाले गुलाब भिन्न भिन्न . विशेप-इसमें गरमी के दिनों में फल प्राते हैं जो गुच्छे में लगते जातियों के मेल से उत्पन्न किए पाते हैं । गुलाब की कलम ही . हैं और कई. मास तक रहते हैं। . . लगाई जाती है। इसके फूल कई रंगों के होते हैं, लाल (कई गुलरंग-वि० [फा०] गुलाब के फूल जैसे रंग का । गुलावी । मेल के हलके गहरे) पीले, सफेद इत्यादि । सफेद फूल के