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औड़ा (औड़ी)—हाथ—हथौड़ा, बरस—बरसौड़ो।

औती (भाववाचक)—बाप—बपौती, बूढ़ा—बुढ़ौती।

औता (पात्र के अर्थ में)—काठ-कठौता, काजर—कजरौटा।

ओला (ऊनवाचक)—

साॅप—सँपोली खाट—खटोला
बात—बतोला माँझ—मॅझोला
घडा—घड़ोला गढ़—गढ़ोला

औटा (उसका बच्चा)—हिरन—हिरनौटा, बिल्ली—बिलौटा, पहिला—पहलौटा।

—(अ) अव्यय से नाम; जैसे, धड़—धड़क, भड़—भड़क धम—धमक; इत्यादि।

(आ) समुदायवाचक—चौक, पंचक, सप्तक, अष्टक।

(इ) स्वार्थक—ठंड—ठंडक, ढोल—ढोलक, कहुँ—कहुँक (कविता में)।

करकरके—इसे कुछ शब्दों में लगाने से क्रियाविशेषण बनते हैं, जैसे, खास-खासकर, विशेष—विशेषकर, बहुत-करके, क्योंकर।

को (स्वार्थ मे)—

छोटा—छुटका बड़ा—बड़की चुप—चुपका
छाप—छपका बूँद—बूँदका।

(समुदाय-वाचक)—इक्का, दुका, चौका।

(विविध)—मा—मैका, माटी—मटका, लाड़—लड़का।

की—(ऊनवाचक)—कन—कनकी, टिम—टिमकी।

चन्द—विनोद अथवा आदर में संज्ञाओं के साथ आता है; जैसे, गीदड़चन्द, मूसलचन्द, वामनचन्द।