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पाल—पालन | मृ—मरण रक्ष्—रक्षण |
भुज्—भोजन | हु (होम करना)—हवन |
(करण-वाचक)
नी—नयन | चर्—चरण | भू—भूषण |
या—यान | वहू—वाहन |
अना (भाववाचक)—
विद् (चेतना)—वेदना | रच्—रचना |
घट् (होना)—घटना | तुल—तुलना |
सूच—सूचना | प्र + अर्थ—प्रार्थना |
बंद—वंदना | आ + राध्—आराधना |
अव + हेल (तिरस्कार करना) | गवेष् (खेाजना)—गवेषणा |
—अवहेलना |
अनीय (योग्यार्थक)—
दृश—दर्शनीय | स्मृ—स्मरणीय |
रम्—रमणीय | वि + चर्—विचारणीय |
आ + दृ—आदरणीय | मन्—माननीय |
कृ—करणीय | शुच्—शोचनीय |
[सू॰—हिंदी का 'सराहनीय' शब्द इसी आदर्श पर बना है।]
आ (भाववाचक)—
इष् (इच्छ)—इच्छा | कथ्—कथा | गुह् (छिपना)—गुहा |
पूज्—पूजा | क्रीड्—क्रीड़ा | चिंत्—चिंता |
व्यर्थ—व्यथा | शिक्ष—शिक्षा | तृ—तृपा |
अस् (विविध अर्थ में)—
सृ (चलना)—सरस | वच, (बोलना)—वचस्, |
तम् (खेद करना)—तमस् |