पृष्ठ:हिंदी विश्वकोष भाग ३.djvu/७०

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इब्राहीम शाह शरको-इभराज बच्चा। नगरका राजत्व मिला था। चार मास राजत्व करनेके | इभगन्धिका, इभगन्धा देखो। बाद इन्हें (निजाम-शाहको) वीजापुरके नवाब इब्राहीम इभदन्ता (सं० स्त्री०) इभस्य दन्तवत् शुभ्नं पुष्पमस्याः। आदिलशाहसे लड़ना पड़ा। इसी युधमें ये मारे गये। | १ हस्तिशुण्डोवृक्ष, हाथीसूड़। २ नागदन्तीवक्ष, इब्राहीम शाह शरकी-युक्तप्रदेश जौनपुरके एक नवाब। | सरियारी। १४.२ ई में अपने भ्राता मुबारिक शाहके मरनेसे ये इभदन्ताह्वा (सं० स्त्री०) नागदन्ती, सरियारी। गद्दीपर बैठे थे। इन्होंने अराजकता रहत भी साहित्य- इभनिमोलिका (सं. स्त्री०) इभस्यैव निमीलिका, की बड़ी उन्नति की। उस समय हिन्दुस्थानमें जौनपुर | इभ-निमील-क-टाप, ६-तत्। १ सिद्धि, भाग। इस विद्याका भवन बन गया था। १४४० ई.को शरकोको वृक्षक पत्र वा वीज खानेसे नशा चढ़ता है और चक्षुः मृत्य हुयो। प्रजा इनसे बहुत सन्तुष्ट रहती थी। हाथोकी तरह बैठ जाते हैं। इसीसे भांगको इभ- इब्राहीम हुसेन लोदी-सिकन्दर शाह लादीके लड़के । निमीलिका कहते हैं। २ पटता, रसिकता, होशियारी, १५१० ई०के फरवरी मासमें पिताको मृत्य होनेसे कद्रदानो। भागर में ये सिंहासनपर बैठे। इन्होंने सोलह वर्ष | इभपत्रिका (सं० स्त्री०) चिल्लोशाक, एक सबजी। राजत्व किया था। १५२६ ई०को २०वीं फरवरीको इभपालक (सं० पु०) हस्तिपक, महावत । पानीपतमें बाबर शाहसे लड़ने पर ये मारे गये। इभपुषा (सं० लो०) नागकेशर। इब्राहीमी (अ० पु.) मुद्राविशेष, एक सिक्का। यह इभपोटा (सं० स्त्री०) पोटा पुलक्षणा इभी, जाति- इब्राहीम लोदीके समय प्रचलित था। त्वात् पूर्वनिपातनात् पुंवद्भावश्च । १ पुरुषहस्तीको इभ (सं० प्र०) इ-भन। णः कित। उण ३२१५३ ।। भांति चिह्नयुक्त हस्तिनौ। २ करिशावक, हाथौका १ इस्ती, हाथी । २ पाठको संख्या । आठों दिशाओं में | एक-एक दिग्गज रहता है इसलिये इभ शब्द पाठको इभवला (सं० स्त्री०) नागबला, पान । संख्याका बोधक है। ३ नागकेशर। (वै० पु०) इभभर (सं० पु.) हस्तिसमूह, हाथोका झुण्ड । ४ अनुचर, नौकर। ५ निर्भय शक्ति। (त्रि.) इभमञ्जक (सं० पु०) पुत्रदात्री लता, बेटा देनेवाली ६ अनुचर द्वारा श्रावृत, जो नौकरोंसे घिरा हो। बेल। इभकणा (सं० स्त्री०) इभोपपदा कणा पिप्पली, इभमाचल (सं० पु.) इभसाचलयति, इभ-पाचल शाक तत्। गजपिप्पली, गजपीपर। बाहुलकात् णिच् । सिंह, शेर। पर्वतोपर सर्वदा इभकुम्भ (सं० पु.) हस्तौका मस्तक, हाथीका सर।। रक्तपानके लिये हाथियों को मारता फिरता है इस- इभकृष्ण (स० पु०) भकणा देखो। लिये सिंहका नाम यह पड़ा है। इभक्ष्णा , इभकणा देखी। इभमूलक (सं० लो०) १ हस्तिमूलक। २ गन्ध- इभकेशर (सं० पु०) इभमद इव केशरः यस्य, बहुव्री। वृक्ष। १ नागकेशर वृक्ष। यह वृक्ष ठीक बबूल-जैसा होता इभया (सं० स्त्री०) इभैर्यायते भक्ष्यते, इभ-या कर्मणि है। इसके पुष्पकी सुगन्ध एक कोसतक पहुंचती घार्थ क, ३-तत्। स्वर्णक्षीरी वृक्ष। हाथोके खानेसे है। २ नागकेशर पुष्य । इस वृक्षका नाम यह पड़ा है। इभकेसर, इभकेशर देखो। इभयुवति (सं० स्त्री०) युवतिः इभी, पूर्वनिपातनात् इभगन्धा (सं० स्त्री०) इभस्य गन्ध एकदेशो दन्त इव पुवत् च। १ युवति हस्तिनी, नौजवान् हथिनो। पुष्पं यस्याः, बहुव्री०। नागदन्ती वृक्ष, हस्थाजोरी, | २ करिशावक, हाथोका बच्चा। सरियारी। इस वृक्षके फल, पुष्प, पत्र, बल्कल प्रभृति | इभराज (सं० पु.) ऐरावत हस्ती। समस्त भङ्ग हो विष से होते हैं। नागदन्तौ देखो। .. । हस्तियोंका राजा होता है। Vol III. 18