8८० ऐलक-ऐषौक चन्द्रवंशीय राजा थे। (हिं० पु०) २ जलप्लावन, | ऐशी (सं० स्त्री०) ईशस्य इयम्, अण-डीप । १ ईश्वर- बाढ़। ३ आधिक्य, बढ़ती। ४ कोलाहल, हल्ला। । सम्बन्धिनी। २ दुई। ऐलक, एलक देखो। | ऐशो-एक मुसलमान कवि। १६७५ ई०को इन्होंने ऐलब (सं० पु.) कोलाहल, शोर, इल्ला। . फत-अख तर' नामक एक मसनवी लिखी थी। ऐलबकार (. वि.) १ कोलाहलकारी. शोर ऐश (हिं. पु०) पशुरोगविशेष, जानवरोंकी एक मचानेवाला। (पु.)२ रुद्रका कुत्ता। बीमारी। इसमें पशु मुख रुक जानेसे जुगाली ऐलद ( स० त्रि०) खाद्य लानेवाला, जो खाना नहीं करते। लाता हो। ऐश्वर (सं० त्रि०) १ प्रभु वा ईश्वरसे उत्पन्न । ऐलवालुक (सं० ली.) एलवालुक स्वास्थ अण। २ शक्तिशाली, आलीशान्। ३ ईश्वर-सम्बन्धीय। एलवालुक, एक अतर। एलवालुक देखो। ४ सबसे बड़ा। ५ शिव-सम्बन्धीय। ऐलविल (स० पु०.) इलविलाया अपत्य पुमान्, ऐश्वरिक (सं० पु०) आस्तिक, ईखरवादी। इलविल-अन् । इलविला-पुत्र, कुवेर। ऐश्वरी (स. स्त्री.) ईश्वरस्य इयम्, अण-डोप । ऐला (सं० स्त्री०) नदीविशेष। (सह्याद्रिख० वदरीमा० २२०) ईश्वरसम्बन्धिनी। ऐलाक (स. त्रि.) ऐलाक्यस्य छात्रः अण, यज, ऐश्वयं (स• लो०) ईश्वरस्य भावः, ईश्वर-थञ्। लोपः। ऐलाक्यसे विद्या-पढ़नेवाला। १ ईश्वरका धमै। इसका पर्याय-विभूति और भूति ऐलिक ( स० पु० ) इलिन्यां भवः, ठक । तंसु नामक है। ऐवयं अष्टविध होता है-१ अणिमा, २ लघिमा, राजा। यह इलिनीके पुत्र और दुष्मन्तादिके पितामह थे। ३ प्राप्ति, ४ प्राकाम्य, ५ महिमा, ६ ईशित्व, ७ वशित्व ऐलष (स• पु०) कवषके अपत्य । और ८ कामावसायिता। सम्पत्ति,दौलत । ३ प्रभुत्व, ऐलेय (स• क्लो.) १ एलवालुक, एक अतर। मिलकियत। ४ शासनकर्त त्व, हुकारानी। . २ नलुका, नाड़ीका शाक। (पु.) इलाया अपत्य ऐखर्यकर्मा ( स० पु.) ऐश्वर्य कर्म यस्य, बहुव्री। पुमान्। ३ पुरुरवा। ४ मङ्गल। ईश्वर-कर्मयुक्त, बड़े-बड़े काम करनेवाला। ऐखालु, एलवालुक देखो। ऐश्वर्यवत् (सं० वि०) ऐश्वर्यमस्तास्य, ऐश्वर्य-मतुप ऐश (स० त्रि०) ईशस्य इदम्, अण्। १ ईश- मस्य वः। ऐश्वर्यविशिष्ट, बड़ी ताकत रखनेवाला। सम्बन्धीय। (अ.पु.)२ सुख, बाराम। . ऐषमः (सं. अव्य०) अस्मिन् वत्सरे इति निपा- ऐश-एक मुसलमान् कवि। यह बादशाह शाह | तनात् साधुः। सद्यः परुत्पराय षम इत्यादि । पा ५॥२२ । आलमके समय विद्यमान रहे। प्रवत नाम मुहम्मद वर्तमान वत्सरमें, इमसाल। असकरी था। ऐषमस्तन (सं०वि०) ऐषमो भवः, ऐषमस-तन। ऐशमूल (सं० ली.) लाङ्गलीमूल, एक जड़ी। . ऐषमोद्यःयसो ऽन्यतरस्याम् । पा ४१२।१०५ । . ऐषमसम्बन्धीय, ऐशान (स० वि०) १ शिवसम्बन्धीय। (पु.) इस सालसे सरोकार रखनेवाला।.. २ ईशान कोणका वायु। यह कटु और शीतल ऐषमस्त्य (सं० वि०) एषमो भवः, ऐषमस्-त्यप् । होता है। (भावप्रकाश) . वर्तमान वत्सर-सम्बन्धीय, इस सालसे सरोकार ऐशानी (सं० स्त्री०). ईशानस्य यम्, ईशान-प्रण - रखनेवाला। डोप। १ ईशानकोण। २ शक्तिविशेष। ३ दुर्गा। ऐषावीर (सं.वि.) दुर्वल, शलिहीन, कमज़ोर । ऐशिक (सं त्रि.) ईशस्य अयम्, ईश-ढक । १ ईखर- ऐषिका (स'• स्त्री०) १ पाठा। २ त्रिता। सम्बन्धीय। २ शिवसम्बन्धीय। ३ राजसम्बन्धीय, ऐषोक (सं• क्लो०) इषौकमेव, स्वार्थे अण् । १ महा- बादशाहसे सरोकार रखनेवाला। .. भारतीत एक पर्वत। २ अस्त्रविशेष। इषौक देखो।
पृष्ठ:हिंदी विश्वकोष भाग ३.djvu/५२१
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