उभयार्थ-उमदाई उभयार्थ (सं० अव्य०) दोनों प्रयोजनोंके लिये, उभिटना (हिं० क्रि०) ठहरना, रुकना, ठोकर हरदो मतलबके वास्ते। लगना। उभयाविन् (सं० वि०) उभय और वर्तमान रहने- उभे (हिं) उभय देखो। वाला, जो दानोंका हिस्सा लेता हो। उम् (स० अव्य०) उम-डुम्। १ रोष ! गुस्मा! उभयाइस्ति ( स० त्रि.) उभय हस्तसे ग्रहण किया जा २ अङ्गीकार ! मञ्जूर! ३ प्रश्न ! सवाल ! सकनेवाला, जो दोनों हाथ से लिया जा सकता हो। उमंग (हिं. स्त्री०) १ अाल्हाद, मजा। २ इच्छा, उभयाहस्ता (सं०नि०) उभय हस्त पूर्ण करने- ख़ाहिश। ३ लहर, मौज। वाला. जो दोनों हाथ भर देता हो। उमंगना (हिं. क्रि०) १ वर्धित होना, बढ़ना, उभयोय, उभयात्मक देखो। भरना। २ आल्हादित होना, फले न समाना। उभये, उभया: देखो। उमंगा (हिं० वि०) १आल्हादित, बाग बाग । उभरना (हिं. क्रि०) १ उस्थित होना, उठना। । २ इच्छुक, खाहिशमन्द।। २ उन्नत होना, बढ़ना। ३ युवावस्थापर पाना, जवानी उमड (हिं॰ स्त्रो०) उत्थान, उठान, चढ़ाव । पर चढ़ना। "मर्दका हाथ फिरा और औरत उभरी" (लोकोक्ति) उमडना (हि.क्रि.) १ प्रवाहित होना, चढ़ना, ४ उगमन करना, उछलना। ५ उत्तेजित होना, उमंगना, बह चलना। २ आच्छादित होना, दबा जोश पर आना। ६ पुनर्वार उठना, फिर निकलना। लेना। ३ एकत्र होना, गोल बांधना। ४ स्पष्ट ७ उद्धार पाना, किसी आफतसे छुट जाना। ८ फ्लना, होना, छ जाना, भरना। फबकना।.८ पलायन करना, भागना। १० खुड़का उम (सं० पु.) १ नगर, शहर, कसबा। १ बन्द हुआ और उभरा।" (लोकोक्ति) ११ गमन करना, चला रगाह, जहाजसे माल उतरने की जगह । देना। १२ प्रकाशित होना, खुलना। "पाय उभरे पर उमकना (हिं० क्रि०) १ ऊपरको आना, जड़ छोड़ उभरे।” (लोक ति) १३ उतरना, खाली किया जाना। देना, उखड़ना। २ उमंगना, उमडना । उभाड़, उभार देखो। उमग, उमंग देखो। उभाड़ना, उभारना देखो। उमगन, उमंग देखो। उभाड़दार, उभारदार देखी। उमगना, उमंगना देखो। उभाना (हिं. क्रि०) मस्तक हस्तपादादि अङ्ग उमगा, उभंगा देखो। वैगसे चलाना, सर हिलाते हुये हाथ-पा-फटकारना। उमचना (हिं० क्रि०) १ पादतलसे उठ-उठके भार उभार (हिं पु०) १ उत्कर्ष सूजन। २ प्रस्फुटन, | डालना, दबाना, हुमचना । २ चकित होना, चौंकना। शिगुफ्तगी, खिलाई। ३ स्त्रियोंकी छातीका भराव । । उमड, उमंड देखो। (त्रि०) ४ कूर्मपृष्ठाकार, माहीपुश्त, उभखां। उमडना, उमंडना देखी। उभारना (हिं० क्रि०) १ उठाना, उचकाना। उमदगो (प० स्त्रो०) १ उत्कर्ष, बड़ाई। २ गुण, २ खोलना, उधेड़ना । ३ निकालना, उतारना। भलाई। ४ उड़ाना, चोराना। ५ भगा ले जाना । ६ बचाना, | उमदना (हिं क्रि०) १ उन्माद में पाना, मस्त बन छोड़ाना। ७ मिला लेना, गांठना । ८ श्राग्रह जाना। २ उत्तेजित पड़ना, उठ खड़ा होना। करना, पीछे पड़ना। 2 पुनार कर्षण करना, दो | उमदा (अ० वि०) १ उत्कृष्ट, बढ़िया। २ उत्तम, बारा जोतना। अच्छा। (पु० ) ३ अमीर आदमी। उभारदार (हिं वि०) उत्त, ऊंचा, जो उठा या उमदाई (हिं॰ स्त्री०) १ उन्मत्तावस्था, पागलपन। निकला हो। २ मनोवेग, दिलका उबाल। ३ उत्तमता, पच्छाई। Vol III. 92
पृष्ठ:हिंदी विश्वकोष भाग ३.djvu/३६६
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