इंडुरी (हं॰ स्त्री॰) कुण्डली,चक्कर,गुंडरी। इंडुवा (हिं॰ पु॰) कुण्डल,दायरा,गेंडुरी। यह कपड़ेसे गोल-गोल बनाया और बोझ उठाते समय नीचे लगाया जाता है। इंदरा (हिं॰ पु॰) कूप, कूवा। इंदारून (हिं॰ पु॰) ईन्द्रावारूणी देखो। इंटुवा, इंडुवा देखो। इंधरौड़ा (हिं॰ पु॰)इन्धन रखनेका स्थान, जिस जगहपे जलानेकी च़ीज रहे। इक (हिं॰) एक देखो। इक-आंक (हिं॰ क्रि॰ वि॰) १ निःसन्देह, अवश्य। इकइस, इक्कीस देखो। इककूत राज करना (हि॰ क्रि॰) विश्व का स्वामित्व रखना कुन्निया बादशाहतका मालिक होना। इकटक (हिं॰ वि॰) स्थिर,अचल,साकिन,कायम। इकटक लोचन टरहिं न टारे। (तुलसी) इकट्ठा (हिं॰ वि॰) १ एकत्र, मिला हुवा। इकडाल, एकडाल देखो। इकतर (हिं॰) एकव देखो। इकतरफा (हिं॰ वि॰) एक ओर से सम्बन्ध रखने वाला जो एक ही तर्फ़ को झुका हो। (क्रि॰ वि॰) इकतरा (हिं॰ पु॰) एक दिन के अंन्तर आनेवाला ज्वर,अंतरा, जो बुखार एक दिनके फ़र्क़ से चढ़ता हो। इकता (हिं॰) एकता देखो। इकताई (हिं॰) एकता देखो। इकताना (हिं॰ पु॰) सदृश, अभिन्न,एकसा,एक हींमें मिला हुवा। |
इकतारा (हिं॰ पु॰) १ वाद्धविशेष एक ही तार से बजने वाला वाजा। बाँस की डण्डीके छोरमें एक तोंबोको लगा चमड़े से मढ़ देते हैं। चमड़ेपर घोड़िया रहती है। तोंबीके नीचे बांसमें एक तारको बांधते और घाड़ियोपर चढ़ा उपरकी ओर लगी हुई खुंटीमें लपेटते हैं। इसी खूंटीको चढ़ाने-उतारने से तार ढीला या कड़ा पड़ता हैं। तर्जनीके आघातसे तार निकालनेसे बोल निकलता है। साधु इसे बजा बजाकर भिक्षा मांगा करते हैं। इकतालीस ( हिं० वि० ) एकचत्वारिंशत्, चालीस और एक,४१। इकतीस ( हिं० वि० ) १ एकत्रिंशत् , तीस और एक, ३१। इक़दाम ( अ० पु० ) १ अपराध करने की चेष्टा, क़सूर करनेकी कोशिश। २ सङ्कल्प, क़स्द। इकपेचा ( हिं० पु० ) एक पगड़ी या दस्तार। इसका प्रचार दिल्ली और आगरे में अधिक है। इकपेचा मस्तकका आभूषण है। इकबागरी, एकवागरी देखो। इक़बाल ( अ० पु० ) १ अङ्गीकार, मञ्जूरी। २ आदान, राजामन्दी। भाग्य, क़िस्मत। इक़बाल-उद-दौला -- लखनऊ नवाब सादर अली ख़ानके पौत्र। इनका पूरा नाम इक़बाल-उद-दौला मुहसिन अली ख़ान रहा। १८३८ ई० के जनवरी मास यह अवधकी नवाबीपर अपना स्वत्व प्रमाणित करने इंग्लैण्ड गये थे। किन्तु जब किसीने इनकी बात न सुनी, तब इन्होंने तुर्की अरबस्थानमें अपनी बाकी जिन्दगी भजनभावसे काटनेकी ठानी। 'इक़बाल-फिरङ्ग' नामक पुस्तक के यह रचयिता रहे। इक़बाल् खान् -- फ़िरोज़ शाह तुग़लक़के पौत्र और ज़फ़र खान् के पुत्र। १४०० ई० को यह नसरत अली खान् का हरा दिल्लीके सिंहासनपर बैठे थे। किन्तु १४०५ |
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इंडुरी-इक़बाल् खान्