उतलाना-उताल 'उतलाना (हिं.क्रि.) आतुर होना, जल्दी मचाना, परिशोध करना, दे डालना । ७ उगाहना, ले हलचल डालना। आना। ८ उपजाना, पैदा करना। निर्माण करना, उतल्ला (हिं० वि०) आतुर, जल्दबाज, जो जल्दी बनाना। १० न्यन करना, घटाना। ११ तुलना करता हो। करना, तौलना । १२ नदी पार ले जाना। १३ प्रवेश उतवंग (हिं. पु.) उतमाङ्ग, मस्तक, खोपड़ा। करना, घुसेड़ना। १४ निःसरण करना, निकालना। उतसब (हिं. पु.) उत्सव, जलसा । १५ पान करना, पौना। १६ निगल जाना । १७ त्याग उतसाह (हिं.) उत्साह देखो। करना, छोड़ना। “यार का गुस्सा सतारपर उतारती हो।" उतान (हिं० वि०) १ व्युत्क्रान्त, मकलब, औंधा, (लोकोक्ति) १८ स्थानच्युत करना, हटाना। १९ खराब उलटा, जो अपनी पोठ जमीनसे लगाये दो। करना, बिगाड़ना। "जब अपनी उतार ली तो दूसरेको उतारते उतान-बम्बईप्रान्तके थाना जिलेका बन्दर। यह क्या देर।” (लोकोक्ति) २० रगड़ना, घिसना। २१ लुण्ठन अक्षा० १८१८ उ० तथा ट्राधि० ७२° ४८ पू० पर करना, लटना। २२ एकत्र करना, चुनना बिनना। थाने नगरसे १७ मील उत्तर-पश्चिम अवस्थित है। २३ ढालना, भरना। २४ विभाग करना, बांटना। यहां एक पोतु गोज़ गिर्जा है। कितना ही माल २५ दान करना, देना। २६ प्रेरण करना, भेजना। पाया-जाया करता है। २७ देशनिर्वासन एवं स्वास्थाविनाशन करने को उतार (हिं० पु०) १ अवतरण, ढलाव, ऊपरसे समुद्रपार और मार उतारना कहते हैं। नीचे आनेका काम। २ निर्लज्ज स्त्री, बेशर्म औरत। उतार सुतार (हिं० पु०) १ उपशम, आराम । ३ प्रतिलेख, अनुकरण, मुसन्ना, नकल । ४ घाट, नदी| २ शोधन, अदा, चुकतो। पार होनेका महसल। ५ दरीके करघेका एक बांसा उतारा (हिं० पु०) १ उत्सर्ग, तफरीक, कमौ । यह जुलाहेसे अलग और पश्चात् दिक चढ़ावके बराबर २ पात्रस्थित परिपक्क अबादि, किसी बरतन में रखा पड़ता है। ६ न्योछावर, सदका। ७ विषको मारने भात वगैरह। इसे कई बार रोगीको चारो ओर वाला पदार्थ, जिस चोजसे जहर उतरे। ८ अभिचार भारतीकी तरह घुमाकर उतारते हैं। लोगोंको विशेष, एक टोटका। इसे कषक अपने सङ्गलको विश्वास है, रोगीको प्रेत वाधा उतार पर उतर आतो कामनाके किये करते और एक दिन ग्रामसे बाहर है। ३ सामग्री विशेष, किसी किस्म का सामान् । यह बसते हैं। टमाटा, लहरका ढलाव १० विनाश, उतारमें लगता है। ४ संस्थान, पड़ाव, उतरने को बरबादी। ११ मूल्यका पतन, भावका गिराव। जगह । ५ तरणस्थान, घाट, नदी पार करने की जगह । १२. शुलकका अपचय, आमदनीको कमी। ६ प्रतिलेख, नकल। ७ उत्तर, जवाब। ८ ग्रह- उतार-चढ़ाव (हिं० पु०) आरोहण एवं अवतरण, शुल्क, घाटको उतराई। ८ मन्दिरको प्रदत्त भूमि, चढ़ा-उतरी, ऊंच नीच, घटती-बढ़ती, भलाई-बुराई।। जो जमीन मन्दिरको मिली हो। १० निष्कर भूमि, उतारन (हिं. पु.) १ परित्यक्त वस्त्र, पुराना कपड़ा। माफोकी जमीन। इसे सरकार अपने कर्तव्य पालने- २ न्योछावर, सदका, किसीके ऊपर उतार कर दो वाले सेवकको देती है। (वि.) ११ उतारा हुआ, जानेवाली चीज़। ३ निकृष्ट द्रव्य, खराब चीज़। जो उतार डाला गया हो। पण्याधानस्थ और अल्प ४ दुष्ट मनुष्थ, बदमाश आदमी। मूल्य द्वारा क्रोत द्रव्यको उतारका माल कहते हैं। उतारना (हिं॰ क्रि०) १ अवतारण करना, ऊपरसे उतारू (हिं० वि०) १ उन्मुख, पारास्ता, राजी, नीचे लाना । २ लिखमा, खींचना, घसीटना । ३ पृथक् उतर पड़नेवाला। (पु.) २ यात्री, मुसाफ़िर। करना, छोड़ाना, काटना। ४ पवस्थित करना, रखना, उताल (हिं० क्रि० वि०) १ सत्वर, जल्द, चट ! ठहराना। ५ चतुर्दिक् घुमाना, इल्लत देखाना।। ( स्त्री०) २ त्वरा, शिताबी, जल्दी।
पृष्ठ:हिंदी विश्वकोष भाग ३.djvu/१९२
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