पृष्ठ:हिंदी भाषा और उसके साहित्य का विकास.djvu/११

यह पृष्ठ प्रमाणित है।

[इ]

जे॰ बी॰ हालडेन ने लण्डन की 'रायल इन्सटिट्यूशन' नामक सभा में २१-२-३१ को यह व्याख्यान दिया था[]। पृथ्वीके भिन्न भिन्न चार केन्द्रों में मानव-जाति की उत्पत्ति हुई थी। उनमें पंजाब और अफगानिस्तान का मध्यवर्ती प्रदेश भी मानव-जनन का एक केन्द्र है। भिन्न भिन्न केन्द्रों में (जैसे चीन और मिश्र में) भिन्न भिन्न जातियों की उत्पत्ति हुई है। पंजाब और गांधार में जिस मानव-जाति की उत्पत्ति हुई थी उसके वंशधर गण आज कहां हैं? ऋग्वेद के अति प्राचीन मंत्रों की आलोचना करनेसे मेरे विचार में ऐसा आता है कि पंजाब और गांधार में ही आर्य्यों की उत्पत्ति हुई थी एवं यही प्रदेश इनकी आदि उत्पत्ति का स्थान (Cradle) है। अपने सृष्टि-काल में आर्य्य-जाति यहीं बसती थी, पीछे भिन्न भिन्न प्रदेशों में फैली।" पृष्ट ८४, ८५


  1. "The origin of civilisation occurred independently in different places one probably in Egypt and another some where between Afghanistan and the Punjab". He further said that it was generally belived that the cradle of the human race was one particular place namely, the garden of Eden and perhaps in Egypt, China or elsewhere. It now seemed probable however that humanity began in four different places with each race distinct from the others.