पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/६९

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[ ३६ ] गुणनिधि सार-गणेश कृत, नि० का० स० गुमान [द्विज ]-महोवा (बुंदेलखंड) निवासी. १८२, लि. या०स०, वि० अलकार, गोपालमणि के पुत्र. इनके अन्य तीन भाई नायिका भेव, सामुद्रिक, ज्योनिप, वैद्यकादि दीपसाहि, ग्बुमान चोर श्रमान थे, सं०१३ का सग्रह । दे० (छ-३२ए) के लगभग वर्तमान। गुणप्रकाश-फतेसिंह कृत वि० गणित । दे. कृष्ण चद्रिका दे० (च-२३) (छ-४४ ए ) (छ-३१ बी) छंदाटवी दे०(छ-४४ वी) गुणभद्र ( स्वामी )—सं० १४१८ के लगभग | गुमानसिंह-गोंडा (अवध ) के राजा; सुखलाल वर्तमान । द्विज के श्राश्रयदाता थे। दे० (ज-३१०) आत्मानुशासन संस्कृत दे० (क-१३४) गुणराम रासो-अन्य नाम राम रासो, माधव गुरु आयुस लाडूनाथ-कवि मनोहरदास के शोश्रयदाना, इन्दनि २५ कचियों को २५ हाथी दास चारण कृत नि० का० सं० १६७५ । लिक और २५ लाख रुपए दिए थे। दे० (ग-१३) का० सं० १८७१, वि० रामचन्द्र जी के गुण सौर चरित्र का वर्णन । दे० (ख-८०) गुरु चरितामृत-लखनदास कृत; वि० गुरु- माहात्म्य । दे० (ज-१६८) गुणविलास-सागरदान चारण कृत, लि० का० सं० १८६६, वि० श्रालोप ( जोधपुर ) के ठाकुर | गुरुचरित्र-जगन्नाथदास कृत; नि० का० सं० केसरीसिंह कृपावत राठौर का यश और २७६० लि० का० स० १८६५, वि० गुरुमाहा- जीवन-चरित्र वर्णन । दे० (ख-१) त्म्य । दे० (ज-१२६) गुणसागर-नाहिर कृत, चि० दम्पति रहस्य गुरुदत्तसिंह-उप० भूपति, अमेठी ( मुलतापुर) वर्णन । दे० (छ-३३५) नरेश, सं० १७६8 के लगभग वर्तमान; कवींद्र गुणसागर-जैन मतावलवी थे, इनके विपय में के प्राश्रयदाता । दे० (८-२८) और कुछ भी शात नहीं। रसदीपक दे० (घ-४२) सत्रह भेद पूजा दे० (-६४) गुरुदास-इनके विषय में कुछ भी शात नहीं। गुणसार-महाराज अजीतसिंह कृत, लि. का० रमपरीक्षा दे०(छ-३२६) सं० १७६६, वि० राजा नुमति और रानी सत्य गुरुदीन-दास मनोहरनाथ के शिष्य; इनके रूपा की कथा द्वारा धर्म का महत्व वर्णन । विषय में और कुछ भी मात नहीं । दे० (ग-३) श्रीरामचरित राग सैरा दे० (च-२४) गुनवती चंद्रिका-चंदरस कुद कृत, वि० नस्त्र रामाश्वमेध दे० (ज-२०१) शिस्त्र और शृङ्गार रस की कविता दे० (ज-४१) | गुरु मकारी भजन-मिट्टोलाल. कृत, वि० गुरु-- गुन्नलाल-यॉदा निवासी जानि के उपाध्याय घटना । दे० (क-५%) ब्राह्मण, लक्ष्मणप्रसाद के पिता स० १४०० के गुरुमताप-मलूकदास कृत; वि० गुरुप्रभाव वर्णन। पूर्व वर्तमान । दे० (छ-१६२) दे०(छ-१६४ वी) .