पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/२१४

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पारण [ fat ] मोरपी मावा गुमराती मिभिन्न मारमा । | सिद्धांव चौतीसी-प्रभाजिकिशोरी सिंहासन पचीसी-मेपर प्रपान त वि० छ, हिका० स० वि० भास्मिक सिंहासन मौसी का भापानुसार। . सियांत का वर्णन (-१५ प्रम) (-सी) सिद्धान योर-महाराज असवतसिंह कत, वि. सिंहासन पचीसी-काबिसमती साम रूप महान का पर्सन दे०। (ग-१६) मि. स. १८० लि का संग ५४ सिदोष रिसार--भुषमात वि० मोकण वि० ग्वालियर के बर कधि की सिहातम को पस श्रीडामा पर्णम । ० (-) बचीची कापड़ी बोली में अनुवाद । ३० सिदाच सार जोपपुर नरेश महाराज असयत सिह विमोच और मामशान का षएन । सिंहासन पत्तीसी-परमसुधा लि. काय ० (-1 सं०१8०५, पियफारसी सिंहासन बदीली का सियरापनसर्मपरी-रामबरण दास रुव, नि. हिदी मनुवाद 120(-१७) का००१)लि. का. स. १०वि० सिंहासन पचीसी-गगारामत, दि० सिंहा सीखाची मागरम्य का पनाम (E-Pust) सन पतीसी की कशामों का अनुवाद ।२० सीमनपसाद (सीतज)-स. १७८० के आगमग पढ़मान, पे हरिदास सीवाने समवाय के "सिंहासन बत्तीसी-रुष्णुदास या निका माहव ये, जिसा हो निवासी थे इन्होने पड़ीयोती में पिता की। स०१६ घिराबा यिमारित्य हेपिए मैं १ कहानियों का निी अनुवाद। ० गुजगार बमन दे० (-२) सीवायन-राममिपाशरण कवा वि० काम सितर्फट-० १७२७ सगभग एर्तमानबरेली १ वि०मीबामकोबीकी रूपर काबईन। निवासी जातिये। दे० (५-२५५) तल मुरम (-} सीताराम-२० १ लामण वर्तमान दतिमरमरयराजा परीक्षित भाभिवथे। जियसागर संभ-शिवपाल पत्री र नि० का० सं० हदि सत्रमा और मोपमियों रापासप (पान त रामापी गैस) दे। का वर्णन । दे० (-२४३५) (-१५० 'सिटसिद्धांत पद्धति-महातवि० पोरण सीताराम राणापेक रामापण साकार-गोकुल मापाठ सिर सिवात परति का हिन्दी माप यदीमम तालिका ९०११०१, बि. मनुपाव। पुस्तक का निर्माण बापपुर-मरेश मण्यारम रामायण का मापानुपाद । दे० महाराम मामसिंह के समय में दमा या। (4-२३)(८-१२५) २०१1-1) सीवारामदास-मगरवास के पिता०11८