पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/२१३

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[ {to ) छुटक दोहा दे० (ख-११६) साहमल-सुंदरदास के पिता, जाति के ब्राह्मण, जुगल माक्त विनोद दे० (ख-१२०) सं० १७०७ के पूर्व वर्तमान थे 1 दे० प्राप्त रसमजरी दे० (स्त्र-१२१ पक) (छ-३३४) भोजनानद अष्टक दे० (ख-१२१ दो) साहित्य-चंद्रिका-करण भट्ट कृत, वि० बिहारी जुगल रस माधुरी दे० (ख-१२१ तीन) सतसई की टीका । दे० (छ-५७) फूलविलास दे० (न-१२१ चार) साहित्य-सार-मतिराम कृत, लि० का० सं० गोधन नागम दे० (स्त्र-१२१ पाँच) १८६५, वि० नायिका भेद । दे० (छ-१६६ बी) टोइनानंदाष्टक दे० (ख-१२१ छः) साहित्य शिरोमणि-निहाल , कवि कृत, नि० लग्नाटक दे० (ख-१२१ सात) का० सं० १८६३, वि० पद्य रचना वर्णन । फागविलास दे० (ख-१२१ पाठ) दे० (घ-१०५) यीप्म विहार दे० (ख-१२१ नौ) साहित्य-सुधाकर-सरदार कवि कृत, नि० पायप्स पचीसी दे० (ख-१२१ दस) का० सं० १६०२ वि० पद्य-रचना, पिंगल अरिहाटक दे० (स्त्र-१२१ ग्यारह) का वर्णन । दे० (घ-१२) बनविनोदलीला दे० (ख-१२२) तीर्थानद अथ दे० (ख-१२३) साहित्य-सुधानिधि-जगतसिंह कृत; नि० का० सं० १८५८, लि० का० सं० १६४३, वि० भक्ति मग दीपिका दे० (ख-१२४) पिंगल । दे० ( ज-१२७ ए) प्रजमार थ दे० (ख-१२५) रैनरूपा रस दे० (ख-१२६) साहिव जी की कविता-मुरलीधर कृत, वि० स्वजनानद ग्रथ दे० (ख-१२७) स्वामी प्राणनाथ की प्रशंसा । दे० (छ-७६) पाज विनोद दे० (ख-१२८) साहेवदीन-ठाकुर अमरसिंह के पुत्र; जाति के रासरसकता दे० (स्त्र-१२६) क्षत्री, सं० १६०५ के लगभग वर्तमान, विरजी नागरीदास जी की स्फुट कयिता दे० कुंवरि के पिता थे। दे० (ड-३६) (ख-१३०) सदेह दोष दे० (-३०) इश्क चिमन दे० (म-१३१) सिंगार-इनके विषय में कुछ भी ज्ञात नहीं। सावंतसिंह--भारत शाह के पितामह; विजन बलदेव रासमाना दे० (छ-३३२) ( राज्य टीकमगढ़) के जागीरदार, रानी | सिंगार सत--ध्रुवदास कृत, वि० राधाकृष्ण मोहर कुँवरी के पति, सं० १७३७ के लगभग के श्रृंगार का वर्णन । दे० (क-) वर्तमान, वैकुंठमणि शुक्ल के श्राश्रयदाता थे। सिंहासन बत्तीसी--विनयसमुद्र कृत, नि० का० दे० (छ-५ वी) (छ-१४) स० १६११, लि० का० सं० १८२४, वि० सावर तंत्र-नैना योगिनी (स्त्री) कृत; लि० का० सिंहासन बत्तीसी का भाषानुवाद । दे० सं० १-६३, वि० मत्र यंत्रादि । दे० (ज-२०६) (ख-७४) !