पृष्ठ:हमारी पुत्रियां कैसी हों.djvu/३८

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और घरेलू दवाईयां ।५-हिसाब किताब । इन पांच वातों को जितना अधिक सीख सको अवश्य सीखलो। १०-व्यवहार सम्बन्धी नियम- १-किसी से सहायता की आशा न करो । स्वयम् सब की यथा शक्ति सहायता करो २-सखी सहेलियों और रिश्तेदारी में कभी कुछ चीज़ उधार न माँगो। ३-इष्ट मित्रों और बन्धु- बान्धवों को समय समय पर भेंट; नजर, तोहफे भेजती रहो प्रेम पूर्ण पत्र भी लिखती रहो। ४-भूल कर भी किसी की दिल्लगी न उड़ाओ ५-और मर्दो और सम्बन्धियों के साथ मर्यादा सभ्यता तथा औचित्य का सदा ध्यान रखो।