पृष्ठ:हमारी पुत्रियां कैसी हों.djvu/१२९

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

पूरी- पूरी बनाने में सेर पंसेरी के घी का खर्च है। मोयनदार में इससे दूना । परन्तु हलवाई अधपई सेर से ज्यादा खर्च नहीं करते । असल में घी का कम-ज्यादा खर्च होना अांच की कमी- ज्यादती पर निर्भर है। पूरी के लिए आटा कड़ा मलना चाहिये। पूरी का आटा जितना मला जायगा पूरी उतनी ही अच्छी बनेगी। पूरी खूब पतली तथा इकसार बेलनी चाहिये । मोयनदार पूरी में १ छ० घी फी सेर के हिसाब से डालना चाहिये । प्रथम घी आटे में छोड़ सूखाही मसल लो।पीछे अन्दाज़ से पानी डाल कड़ा मल लो । मोयन दार पूरी मन्दाग्नि से पकानी चाहिये । इसके लिवा बराबर एक-सी आंच देना पूरी के लिये अत्यावश्यक है।