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अङ्क १]
[दृश्य १
हड़ताल

[मज़दूरों से]

क्यों तुम लोग बोलते हो या मैं ही तुम्हारी तरफ़ से बोलूँ?

राउस

[चौंक कर]

राबर्ट, या तो तुम्हीं बोलो या दूसरों को ही बोलने दो।

राबर्ट

[व्यंग के भाव से]

धन्यवाद जार्ज राऊस!

[ऐंथ्वनी की तरफ़ रुख़ करके]

सभापति और डाइरेक्टरों के बोर्ड ने हमारी विपत्ति-कथा सुनने के लिए लंदन से यहां आकर हमारा सम्मान किया है। यह उचित नहीं है कि हम उन्हें और देर यहाँ इन्तज़ार में रक्खें।

वाइल्डर

इसके लिए ईश्वर को धन्यवाद।

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