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अङ्क ३]
[दृश्य १
हड़ताल

दोनों आदमियों में खींचा तानी हो रही है। मुझे रॉबर्ट से ज़रा भी सहानुभूति नहीं है। मैं ने सुना है कि औरों की तरह वह भी मामूली मजूर है। अगर उस ने कोई नई चीज़ निकाली है तो दूसरों से उस की दशा अच्छी भी तो है। मेरे भाई ने एक नए क़िस्म की कल बना डाली। किसी ने उसे पुरस्कार नहीं दिया। लेकिन फिर भी उस का प्रचार चारों तरफ़ हो रहा है।

[एनिड दुहरे दरवाज़ों के और समीप आ जाती है।]

एक क़िस्म का आदमी होता है, जो सारे संसार से इस लिये जला करता है कि विधाता ने उसे अमीर क्यों न बनाया। मैं तो यह कहता हूँ कि शरीफ़ अपने से छोटे आदमियों को उसी तरह अपने बराबर समझता है जैसे वह खुद छोटा होता तो समझता।

एनिड

[कुछ अधीर हो कर]

हाँ मैं जानती हूँ, फ्रॉस्ट, तुम ज़रा अन्दर जाकर पूछो कि आप लोग चाय पीना चाहते हैं? कहना मैं ने भेजा

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