पृष्ठ:सितार-मालिका.pdf/९०

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दसवाँ अध्याय ऽऽदा STSSS दिदिड़ दिडाऽड दाऽदिड दाड़ा दाऽड़ाऽ दाऽड़ाऽ ५ ६ S. ह हो सकता है कि यह आपको कुछ कठिन मालूम दे; परन्तु वास्तव में यह इतना कठिन नहीं है जितना कि आप समझ रहे हैं । फिर यदि इसे याद करने में आपको कुछ मेहनत भी करनी पड़े तो विश्वास रखिये वह व्यर्थ नहीं जायेगी। उत्तम सितार वादकों के समक्ष सफल गतकार बनने में यह ढांचा आपकी बहुत सहायता करेगा। इसे याद करने के लिये सीधे हाथ की चारों उँगलियों से जमीन पर १-२-३-४ मारना शुरू कर दीजिये । जब एक लय बंध जाये तो दाऽऽदि बोलों को क्रम से तर्जनी इन मध्यमा, अनामिका और कनिष्ठका ( इनको संक्षेप में त, म, अ, और क लिख दिया गया है ) इन उंगलियों के आघात के सहारे बोलते चलिये । इस प्रकार आपकी चारों उंगलियों के आघात के बाद फिर इसी क्रम को दूसरे चार बोलों को बोल कर करिये । चार-चार उंगलियों के प्राघात को एक-एक मात्रा मानिये । इस प्रकार संपूर्ण बोलों को अर्थात् पूरी गति को कम से कम एक घंटे तक रट जाइये। बस आपका ढांचा तैयार हो गया। जब इस प्रकार बोल याद हो जायें, तो अब चार-चार गिनना बंद कर दीजिये और प्रत्येक मात्रा पर आघात करने का अभ्यास करिये । जब आप यह अभ्यास भली प्रकार कर लें, तब जिस राग की गत बनानी हो, सितार के परदों पर, उसी राग में लगने वाले परदों के आधार से. इन बोलों को चाहे जहां बजा डालिये । यदि आप यह अनुभव करें कि राग का रूप कुछ गड़बड़ सा प्रतीत होता है, तो स्वर-स्थानों को बदल कर, जिन स्वरों से राग का रूप ठीक बनता हो, उनका प्रयोग करिये। एक ही राग में इसी प्रकार आठ-दस दिन तक प्रयत्न करने पर न केवल उसी राग में यह ढांचा सुन्दर रूप ले लेगा, वरन् आपके दिमाग़ में सही बोल व वज़न बैठ जाने के कारण प्रत्येक राग में सहूलियत पैदा हो जायेगी । आपका यह आठ-दस दिन का परिश्रम आयु-पर्यन्त काम देगा। यदि इस ढांचे पर कुछ गतियां याद करने के लिये लिखी जायँ, तो आपको उन्हें याद करने में इतनी अधिक कठिनता उत्पन्न हो जायेगी, कि आप जब तक पूर्ण धैर्य के साथ उन्हें याद करने की ठान ही न लेंगे, तबतक याद नहीं कर सकेंगे। परन्तु इसके विप- रीत यदि आप इस ढांचे को कंठ करके स्वयं ही गतों को निर्माण करने का अभ्याम करेंगे तो उसमें भले ही आपको कुछ समय लग जाये,परन्तु वह आगे चलकर आपको बहुत सहायता देगा । इसलिये मैं जोर देकर इस बात को कह रहा हूँ कि आप इस ढांचे को याद करके स्वयं ही गतों का निर्माण करें, इसी में आपको सुविधा रहेगी । फिर भी कुछ, गत उदाहरण स्वरूप इसी ढांचे पर तैयार करके दी जाती हैं । ध्यान रखिये. यह ढांचा तेरहवीं मात्रा से प्रारम्भ हो रहा है:-