पृष्ठ:साम्राज्यवाद, पूंजीवाद की चरम अवस्था.djvu/२७

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बना तो उस क्षेत्र की कोयले की कुल पैदावार का ८६.७ फ़ीसदी हिस्सा उसके हाथों में था, और १९१० में उसका क़ब्ज़ा ९५.४ फ़ीसदी पैदावार पर हो गया था।*[१] इस तरह की इजारेदारियों से मुनाफ़ा बेहद बढ़ जाता है और टेकनीक और उत्पादन की दृष्टि से विराट आकार के कारखानों का जन्म होता है। अमरीका की मशहूर स्टण्डैर्ड आयल कम्पनी १९०० में बनी थी। 'उसकी अधिकृत पूंजी १५,००,००,००० डालर है। उसने १०,००,००,००० डालर के साधारण और १०,६०,००,००० डालर के विशेष स्टाक शेयर जारी किये थे। १९०० से १९०७ तक बाद वाले शेयरों पर हर वर्ष क्रमशः ४८,४८,४५,४४, ३६, ४०, ४० ,४० फ़ीसदी , अर्थात् कुल ३६,७०,००,००० डालर का डिवीडेण्ड बांटा गया। १८८२ से १९०७ तक उसे कुल ८८,६०,००,००० डालर का साफ़ मुनाफ़ा हुआ था जिसमें से ६०,६०,००,००० डालर डिवीडेण्डों में बांट दिये गये और बाक़ी संरक्षित पूंजी के रूप में रख दिया गया।"**[२] "१९०७ में यूनाइटेड स्टेट्स स्टील कार्पोरेशन के विभिन्न कारखानों में २,१०,१८० मजदूर और दूसरे कर्मचारी काम करते थे। खानों के उद्योग-धंधे में गेलसेनकिर्चेन खान कम्पनी (Gelsenkirchener Bergreerksgesellschaft) में, जो जर्मनी में सबसे बड़ी है, १९०८ में ४६,०४८ मजदूर और दफ्तर के कर्मचारी


  1. * Dr. Fritz Kestner, «Der Organisationszwang. Eine Untersuchung über die Kämpfe zwischen Kartellen und Aussenseitern» (अनिवार्य संगठन कार्टेल तथा बाहरी लोगों के बीच संघर्ष की एक छानबीन । - अनु०), Berlin 1912, पृष्ठ ११ ।
  2. **R. Liefmann, «Beteiligungs-und Finanzierungsgesellschaften. Eine Studie über den modernen Kapitalismus und das Effectenwesen» ( होल्डिंग तथा फाइनेंस कम्पनियां - आधुनिक पूंजीवाद तथा सिक्योरिटियों का एक अनुसंधान- अनु०), 1. Aufl. Jena 1909, पृष्ठ २१२ ।

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