पृष्ठ:साम्राज्यवाद, पूंजीवाद की चरम अवस्था.djvu/१९०

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लेनिन की रचनाएं हिन्दी भाषा में

 

निम्नलिखित पुस्तकें अवश्य पढ़ें:

व्ला॰ इ॰ लेनिन, पूर्व में राष्ट्रीय स्वतन्त्रता-आन्दोलन, विविध लेख संग्रह, पृष्ठ संख्या ४९४।

एशिया के निवासी करोड़ों लोगों का "हमारे चरण-चिह्नों पर चलकर निकट भविष्य में ऐतिहासिक रंगमंच पर आगे आना" सुनिश्चित है, यह लेनिन की भविष्यवाणी आज हमारे सामने साकार हो चुकी है। इस संग्रह में संकलित लेखों से स्पष्ट होता है कि लेनिन कितने ग़ौर से और कितनी सहानुभूति के साथ पूर्व के जागरण और चीन, भारत, इण्डोनेशिया, मिस्र और एशिया तथा अफ़्रीका के अन्य देशों के उपनिवेशवाद-विरोधी वीरतापूर्ण संघर्ष की ओर देखते थे। इस पुस्तक का सूत्र यह विचार है कि हर जनता को अपने भाग्य निर्णय का अधिकार मिलना चाहिए। सन् १९१७-१९२३ में लिखे गये लेख इस बात का विशद उदाहरण हैं कि सोवियत देश की जनताओं ने किस प्रकार इस विचार को साकार किया।

आकार १३×२० सेंटीमीटर, कपड़े की जिल्द।
मूल्य १ रु. १६ न. पै.

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