पृष्ठ:सरस्वती १६.djvu/६१७

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१६८ सरस्पती , . . . . मग . जान पाता-मंत्र देख पग-. सर में गोल नीलम ई बड़े! पपर से अपर मानी बने, मोनियों से दति निर्मित । और इसमय किससे ना! या हानीकि जिससे है बना। प्रेम रित, सरब, प्रेमम विच से- गुपता को मास्के किम पित्त से ! पाय पर सप पर मानों पर पु माप फिर ममें परमय गापुरे। मलका माता प्रमी तापम्प, गारवा पे मा मिया मारण्य . वाम मास मणमाइति गोसा, पर-परख-या , तो । रेग्मती ९ मा निर यह मुम्परी- रामिनी-सी पमा स्टनी युनि-भरी ।। मों में मरि भूरि भवाइपा, RTE माती पम्पपा नबनाइ ! पूरिपोच, सो महिमपी, मादीही मानिस कुपन बन गई। एक भार विशाल पंवगा ,... पारा से प्रतिषिग्य सामगा । मस्बिरस्था कान पर देवी मा! फिम क्लीप गी? पर सुमन परती पर मिना, माम दमा रपिता । गोर-मारम की तो मम्प भाप भाम्पि में माप-मिगसर पर पर भीगी- . .रोमुर्ग में प्राणी मुमवाना मी कामि, लाग्थित मा मुसम्पर। मुतवी . गारोनी की मंगरोल दौर मी लिमिलाप, , । मा- मामा प्रेम से बस प्रेयसी ने समा .. मुमारी ! पास, 'जसको पारस में सौमित्र_ पासमी - ' और पोम-"पो, कार में मा का मोती प्रभा भीमन्ति मे- पीन वादिम का प्रमपम प्रतिमे) वंय सही मा एक मीना, सोता है, अन्य पार ? यो यमन समसमास विनार में, मुग्म हो सौमित्र मन मोर में। महिनी के काम मच मरामसे-- गये माम खनिज पान से। - चिचिषित मिति भी रेपी- देखती रह गई मोगा । प्रीति से भाग मा पा मिना, और बातो का दामि सिमाना। रमिम्मा में मुरम मसाला -'.. मुपमा ममम वासाती हुई। मिया मोहिया मस्य!" माद में पोयम कर से कग गरे।": "भागमा प्रा में प्यारामा" ... मगोचा मसपा, बारामा!: : मिनिमी मिना मनमा "भागमा और में जब मी मा ' "प्रेम में अब भी इरा होतो at: .. दिमा मामित्र र पा .... अम्भिावामी विधा माहिए.- .' ____ोमता या मनोमी भाति, "प्रप्यापारी मा. - मादिनी-मी मठ मेवात पामाम्म में मापागा, मिमीमा राम!" मोगामि पिर. • मुदामी गामा, इसलिए - रोम तुम मेरे सी- । । गरेपी मुm wit..