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- - छाटे पयों के लिए डोंगरे का वालामृत. ana RACT - PRE - - - - - - - - शीशी का दाम १२ मामा श टा०म०४ पाना 3 प्रशंसा पत्र मि० प्राक्लाल माशंकर, सनयार के मि० करीममहमद, एम० ए० पलपल पी० महापमा सादेव के गार्डियन लिखते है कि:-- हेडमास्टर सूनागढ़ हाई एल लियते कि- __ "हमारा एका इतना दुपला हो गया था "हमारे घर में वपों के पास्ते गरेका कि उसके जीने की मी प्राशा हमने ठोड़ दी थी यासामृत हमेशा दिया जाता है, उस पालामृत मे किन, रोगरे का वालामृत पीने से यह साफा 'वास्तामृत'-'पालो का प्रमृत'-यह माम अपन दो गया है।" वराबर सार्य किया है।" ___ पता-के. टी. डोंगरे कं०, गिरगाँव, मुम्बई । -