पृष्ठ:सरस्वती १६.djvu/१७७

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- - सरस्वती। जो स्थान स्वाली है। उस पर यही रकमा आयगा गुमानीराम कायस्थ मे, संपन् {wit, जो उसके योग्य हो। इसी सिदान्त के अनुसार यह प्रायः १२५ घरस पदसे की गली कार्यकारी ( Extutive) कान्सिल में प्रप एफ. मम्मा है । ऐसी दिनी उस समय र दिम्युस्तानी सभासद नियुक्त किया जाता है। अपलाई में खलती थी। पर पम यदुत कुछ बानगी माले भारत-मयिय पार साई मिटा मारतीय पड़े महाराजा प्रतापसिंद initiane माट, तप से यह पास होने लगी है। प्रप तक जो माधोसिंह मार दादा महारान मर्ग : दिन्दुस्मानी इस पद पर हुए हैं उनके नाम है- समान निशान थे। रितु काण-फुराउत सर मन्पग्ममनप्तिदशरथर रचना में तो ये दोनों ही से पुराना मर ग्लीइमाम । प्रन्य मह-संग्राम पार भएयरी-दाना र मर शर मायर है पर उनके मुन्शी गुमानोपम पहले दोनों महानाय कानूनी विभाग के अधि- फारमी के पो लगा। उम्दा है न फारी । सीमरे महाशय इस समय शिक्षा-पिमाग गया * हुपम से फारसी में भी पा . सर्वश्रेष्ठ अधिकारी है। सर अलमाम के उत्तरा- गलती के इतिहास रया । धिकारी के पाने में पिलम्य हाने फारम का मजपुर के कारयाद रामपूती बार मदीने तक पन्सिल में दो मारतपासी थे। सर पर प्रधान मैंने इसका भी रेग्य। पनीरमाम पहले दिनुस्तामोजो पानिमल पर से हिन्दी पाईन-प्रकपरी माम मुबा उप-समापनि यमाये गये। यह अनुमान किया था कि धमे मी (प्रसमात) में पोक्त विद्या प्रेमी मदागमा मान गमनारायण मिधा पम से यमाया गाम महाराणा उपयोगी प्रन्यो के उल्या कराने वापर हिन्दी पाईन-अकयरी। है। महागमा सपा सिंहही में भी उन्या पगया था। उनमें में परमारे पर मी दिदी भान-प्रापरी की तलाश प्रापापापा पिकासपुर HT KC पर पानी मेंगे और पादर में है। उमा ममूना मोमें पादशा में कि va भी पण गाता था कि पह पहा ६. मागमा माधामिंटनी में भी सि. कार्ग पर उमा फग मान। नपारीगमगला मामा एक पुलगा दान तेरा रिजन परम भीम देमीमा कार में मार भी उमा पोड़ा मा भाग हमें मिना । पुन महागमाण की पनाई पर पराकी पुरानी और पकी गई मिनी भागारमः Itmairs हिन्दी पानी में यही मदागमा पारा गाई प्रतापसिंदी में प्रकार बादमादक शिान नापी पर गालामा मदी पार पटारर गान मामी की funsorial पाणीप प्रगाम में प्रवाई म.परी rtant मेने पास में मिलापा र मुग्नी mrem antixty mimitr