' सरलती। ........... ----..---~morummarw...mr.ur.mirror --...-.. पे । सप ग्रहो पोप प्रपा तप में मनु पपने करने मये योग को पgto परियार साप नाप पर रहकर पहा में भाग मी फिरा करणे थे । गाईhirir FrLउनी गप रिमालय पर्वत की पोटी पर रहते भारत में जाने । सी और टागों की भग दशा म कुछ मारमाय प्रसार मी पता मही सगे यह भी अनुमान होता है. मीन मोगोराया में रहमा ही मयतi पापों के पूर्वज जिस स्थान पर रहते थे. समुद उस मा दलि मित्र के पाप गा पार पे मेोग माप पनाना जानतं । पदापि मरत। उसे मा भीमें माना। ये में मिलने पासियामा इसकी पुरि मामास प्रपाद से भी हाली उनमें मायः म मा मास है.ये मेोग दक्षिण दिशा को मिरी की परमायु मामा अग्नुमा रम्नेगरी। दने पे पार रिमाक दक्षिण की पार पासा गद भागमा भनाग Arti ये दोधार मामले में मंकर पुगी राफ में में नहीं मिलता टम जलका फिगर मेरदार माना गया है। मिसाउनमे मनुमाम हमारा तक भागीय कार्य करने पूर्वमीमारिम निवास-पार पाना माना ' स्थाममनि सना पादरमदतिर पारी पर पान मी मामा पाश मोग मुल पर भी दक्षिण की चोर पैर पर कम मा पुरुष का सेट। होनारपुरा इन प्रयास पर प्यान देने में पद कामे पानिए iner 'पामा मार्य गोगाम मिपामा पुगty- या जन्म सानपदी दक्षिय दिशा में सिमी जीप में शहरी गापामाntiamt में रोग माप पा पा पर भारतपर्व में पाये । मांगे मनुन pिurihire रममप हिमालपरागातीपार गीला प्रमाkिir पानी भीमगारद मनु माय मम की माप की. मामागरंग करने में पिएपार स मे त ORIERT सादर मग उगान पाणी यादी मान पर मा गोमा गीपा में Team मा मनाने समर मानरिया मा हो गया मे भी मासा मामiktmentft munakar mahrteणमापीantayatm एमाग गाने atm Immm.ra.1 में समारनपुगी आग।पर ससरuterest.kuri EXTirrfan में.मारनmurtifr पापा मम्मmamtire पोको पhि Mara
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