१६. पत्र : सर मंचरजी मे० भावनगरीको
होटल सेसिल
लन्दन
अक्तूबर २५, १९०६
आपको तार[१] करनेके साथ मैंने सर जॉर्ज बर्डवुडसे भी तार[२] करके पूछा था कि क्या वे शिष्टमण्डलका नेतृत्व करेंगे। उन्होंने जो तार भेजा है, मुझे भरोसा है, उसे आप पसन्द करेंगे। वे कहते हैं: "हाँ, यदि सर मंचरजी स्वीकार करें तो मैं उपस्थित रहूँगा और बोलूँगा।" अब मैंने उन्हें लिखा है कि आप स्वीकार करेंगे, इसमें मुझे सन्देह नहीं है। कृपया सर जॉर्ज बर्डवुडको आप जो योग्य समझें सो लिखें और मुझे सूचित करें।
विचित्र बात है कि, यद्यपि सर लेपेलने सदा सहानुभूति रखी है फिर भी वे शिष्टमण्डल में शामिल नहीं होंगे। मेरे विचारमें इसका कारण यह है कि शिष्टमण्डलके अन्य प्रस्तावित सदस्योंसे उनका मेल नहीं बैठता ।
मुझे अभीतक श्री अमीर अलीसे कोई खबर नहीं मिली है, इसलिए मैंने उन्हें तार[३] दिया है।
आपका सच्चा,
१९६, क्रॉमवेल रोड
टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिको फोटो-नकल (एस० एन० ४३९९) से।
१७. पत्र: जी० जे० ऐडमको
[होटल सेसिल
लन्दन]
अक्तूबर २६, १९०६
मुझे बड़ा दुःख है कि आप ऊपरके पतेपर मुझसे मिलने आये, और मिलना नहीं हो सका। कल सबेरे दस और साढ़े दस बजेके बीच आपसे मिलने और आपकी जरूरतकी सारी