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जोहानिसबर्ग की चिट्ठी

श्री मार्टिनने कहा व्यापारी वगैरह सब इस विधेयककी माँग करते हैं और इसे पास होना चाहिए। श्री रॉयने विधेयक पेश करने के सम्बन्ध में बधाई दी। श्री पर्चेसने कहा विधेयक उचित है। भारतीयोंकी आपत्ति ठीक नहीं है। वे सिर्फ अपना ही स्वार्थ देखते हैं, दूसरी ओर नहीं देखते; और उनके अंग्रेज मित्र यहाँकी परिस्थितिसे अपरिचित हैं।

अखबारोंकी टीका

'लीडर', 'डेली मेल' तथा 'स्टार' ने निम्नानुसार टीकाएँ की हैं :

'लीडर' का कहना है कि लॉर्ड एलगिनके लिए विधेयकको मंजूर करने के सिवा कोई चारा नहीं है। फिर भी उन्होंने पिछले विधेयकको रद करके बड़ा प्रश्न खड़ा कर दिया है। अब वे इस विधेयकको कैसे मंजूर कर सकते हैं, यह समझ में नहीं आता।

'रैंड डेली मेल' का कहना है कि नये भारतीयोंको रोकने के लिए विधेयक जरूरी है। इसलिए उसका पास होना ठीक हुआ। जिन्हें ट्रान्सवालमें रहना है उनकी स्थिति अच्छी होनी चाहिए।

'स्टार' का कहना है कि सर रिचर्ड सॉलोमन खबर लाये हैं कि नई संसद यदि विधेयक स्वीकार कर दे तो उसे मंजूरी मिल जायेगी। इसलिए अब यह विधेयक पास होना ही चाहिए।

विलायत में टीका

'टाइम्स' समाचारपत्रका कहना है कि ट्रान्सवाल संसदने विधेयक पास करके बड़ी गलती की है। उसने बड़ी सरकारकी असुविधाओंका विचार नहीं किया। अनुदार दलके 'ग्लोब' अखबारका भी कहना है कि यह विधेयक स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए था। 'ट्रिब्यून' का कहना है कि विधेयक पास हुआ यह गलत हुआ। लेकिन अब जनरल बोथा आनेवाले हैं, इसलिए लॉर्ड एलगिन उसका कुछ हल निकाल सकेंगे।

हमारी समिति जागृत

विलायत के तारोंसे मालूम होता है कि हमारी समितिने संसदमें विधेयक के विरोध में हलचल शुरू कर दी है। ९ अप्रैलको कैक्स्टन हॉलमें समितिकी तथा पूर्व भारत संघकी बैठक होगी।

संघकी बैठक

ब्रिटिश भारतीय संघ और भारतीय-विरोधी कानून-निधि समितिकी बैठक पिछले रविवारको श्री कुवाड़िया के मकानमें हुई थी। उसके बाद सोमवारको हमीदिया इस्लामिया अंजुमनकी बैठक हुई। कुछ विचार-विमर्श के बाद दोनों बैठकोंने गम्भीरतापूर्वक निर्णय किया कि जेलके निर्णयपर अटल रहा जाये। दोनों बैठकोंमें प्रिटोरिया समितिके मन्त्री श्री हाजी हबीब उपस्थित थे।

इस बैठक में गुजरात हिन्दू सोसायटीके पास भारतीय-विरोधी कानून सम्बन्धी आन्दोलनके इकट्ठा किये गये जो पैसे थे उनका एक चेक प्राप्त हुआ और श्री अलीभाई आकुजीके पास जो रकम पड़ी थी वह भी मिल गई। अभी कुछ लोग गये हुए हैं। कुछ लोगोंके पास चन्देकी रकम पड़ी है, उसकी तजवीज की जा रही है।