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२५५. पत्र : सर डब्ल्यू॰ इवान्स गॉर्डनको[१]

[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर २६, १९०६

प्रिय महोदय,

आपके इसी २६ तारीखके पत्रके लिए श्री अली और मैं आपके बहुत आभारी हैं। हमने अलग-अलग लिफाफे में आपको जलपानका निमन्त्रण और समितिके विधानका मसविदा भेजा है। हमें आशा है, आप जलपानमें शामिल होनेके लिए समय निकाल सकेंगे।

आपका विश्वस्त,

मेजर सर डब्ल्यु॰ इवान्स गॉर्डन[२]
४, चेल्सी एम्बैंकमेंट, एस॰ डब्ल्यू॰
टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो नकल (एस॰ एन॰ ४६४३) से।
 

२५६. पत्र : सर रोपर लेथब्रिजको

[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर २६, १९०६

प्रिय महोदय,

आपके २३ तारीखके पत्रके लिए मैं बहुत ही आभारी हूँ।

मैं आपकी सेवामें जलपानका एक निमन्त्रणपत्र और दक्षिण आफ्रिकी ब्रिटिश भारतीय समितिके विधानका मसविदा भी भेज रहा हूँ। यदि आप समितिमें सम्मिलित हो सकें, तो आपका सहयोग मूल्यवान माना जायेगा।

मुझे यह जानकर एक सुखद आश्चर्य हुआ कि आप कलकत्ताके 'इंग्लिशमैन' से सम्बन्धित थे। मैं यह बता दूँ कि १८९६ और १९०१ में जब मैं दक्षिण आफ्रिकाके ब्रिटिश भारतीयोंके सम्बन्धमें कलकत्तामें था तब स्वर्गीय श्री साँडर्सने मेरी बहुमूल्य सहायता की थी। बल्कि उन्होंने सर चार्ल्स टर्नर और अन्य लोगोंके नाम मुझे परिचयपत्र भी दिये थे और लॉर्ड कर्जनने दक्षिण

  1. इसी तरहका पत्र सर एडवर्ड सेसून, २५ पार्क लेन, को भी भेजा गया था।
  2. (१८५७-१९१४); इंडियन जनरल स्टाफ कोर, १८७६-९७ विदेशी आवासी (द एलियन इमिग्रंट) के लेखक।