२२०. पत्र: विन्स्टन चचिलके निजी सचिवको
[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर २०, १९०६
श्री विन्स्टन चर्चिल
महामहिमके उपनिवेश-उपमन्त्री
आपके इसी १५ तारीखके पत्रके लिए मैं श्री चर्चिलके प्रति आभारी हूँ।
श्री अली और मैं श्री चर्चिलसे भेंट[१] करना चाहते हैं ताकि हम पूरी परिस्थिति उनके सामने रख सकें और उनके प्रति अपना सम्मान प्रदर्शित कर सकें। चूँकि ट्रान्सवालके ब्रिटिश भारतीयोंको साधारण परिस्थितिके विषय में हमारे इंग्लैंड आनेका दूसरा अवसर कदाचित् अब न आयेगा, चूँकि उत्तरदायी शासन दे देनेपर शायद अब बहुत-सी वैधानिक हलचल होगी और चूँकि हमने लॉर्ड एलगिनसे केवल एशियाई कानून संशोधन अध्यादेश के विषय में बातचीत की है; इसलिए यदि श्री चर्चिल हमें एक व्यक्तिगत भेंट देनेकी कृपा करेंगे तो हम इसे एक बड़ा उपकार मानेंगे।
आपका विश्वस्त,
टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिको फोटो नकल (एस० एन० ४६०८) से।
२२१. पत्र: ए० लिटिलटनको
[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर २०, १९०६
भेंटकी स्वीकृति के लिए श्री अली और मैं आपके प्रति बहुत आभारी हैं। अगले शुक्रवारको ४ बजे हम लोग लोकसभामें आपसे मिलनेका सम्मान प्राप्त करेंगे।
आपका विश्वस्त,
१६, कॉलेज स्ट्रीट
टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो नकल (एस० एन० ४६०९) से।
- ↑ देखिए "पत्र: विन्स्टन चर्चिलको", पृष्ठ १७२ ।