२११. पत्र: डब्ल्यू० अराथूनको
[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर २०, १९०६
सर लेपेल ग्रिफिनका विचार है कि बृहस्पतिवार, तारीख २२ को १२-२० पर भारत कार्यालयमें श्री मॉर्लेसे मिलनेवाले शिष्टमण्डलमें आप शामिल हों। इसलिए मैंने आपसे पूछे बिना शिष्टमण्डलके सदस्य के रूपमें आपका नाम श्री मॉर्लेके पास भेज दिया है। आशा है, इसमें उपस्थित होना आपके लिए सुविधाजनक होगा।
मैंने आपसे जिन कागजातके बारेमें बातचीत की थी उन्हें मैं आपके दफ्तर में छोड़ आया हूँ। श्री रिच और मैं आपसे मिलने आपके दफ्तर गये थे, लेकिन आप वहाँ थे नहीं।
आपका सच्चा,
मन्त्री
पूर्व भारत संघ
३, वेस्टमिन्स्टर चेम्बर्स
टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो नकल (एस० एन० ४५९८) से।
२१२. पत्र: सर वॉल्टर लॉरेंसको[१]
[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर २०, १९०६
श्री अली और मैं ट्रान्सवालके ब्रिटिश भारतीयोंकी ओरसे एक शिष्टमण्डलके रूपमें दक्षिण आफ्रिकासे आये हैं। यदि आप कृपापूर्वक हमें अपने सामने स्थिति रखने का अवसर दें तो हम कृतज्ञ होंगे।
आपका विश्वस्त,
स्लोन स्ट्रीट, एस० डब्ल्यू०
टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो नकल (एस० एन० ४५९९) से।