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१५०. पत्र: सर हेनरी कॉटनको

[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर १०, १९०६

प्रिय सर हेनरी,

भेंटके बारेमें 'टाइम्स' का विवरण आपने पढ़ा होगा। मेरी रायमें, जानकारी किसीने भी दी हो, यह एक लज्जाजनक बात थी। कल जब मैं सर लेपेलसे मिलने गया, वे इसपर बहुत खीजे हुए थे।

बृहस्पतिवारकी शामको मेरे पास तीन संवाददाता आये थे। मैंने उन्हें उत्तर दिया था कि मेरे लिए कोई जानकारी देना सम्भव नहीं है, क्योंकि लॉर्ड एलगिन चाहते हैं कि इस भेंटको सर्वथा निजी समझा जाये।

रायटर एजेन्सीके श्री ऐडम अभी-अभी यह पूछने आये थे कि 'टाइम्स' में जो विवरण छपा है, उसे शिष्टमण्डलके किसी [सदस्यने] तो नहीं दिया। मैंने उन्हें विश्वास दिलाया है कि ऐसी बात सम्भव नहीं है।

सर लेपेलका खयाल है कि यह जानकारी उपनिवेश कार्यालयके किसी आदमीने दी होगी। लॉर्ड एलगिनका भाषण लगभग शब्दश: दे दिया गया है।

श्री ऐडमका सुझाव है और मैं भी इससे पूर्णतया सहमत हूँ कि संसदमें प्रश्न[१] किया जाना चाहिए कि 'टाइम्स' पर यह विशेष कृपा क्यों की गई?

आपका सच्चा,

सर हेनरी कॉटन, संसद सदस्य
४५ जॉन्स वुड पार्क, एन० डब्ल्यू०

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो-नकल (एस० एन० ४५३६) से।

१५१. पत्र: ए० एच० वेस्टको

होटल सेसिल
लन्दन
नवम्बर १०, १९०६

प्रिय श्री वेस्ट,

मैं अबतक भी आपको लम्बा पत्र नहीं लिख पा रहा हूँ। और आशंका है कि जिस थोड़े-से समय तक मैं यहाँ रहूँगा, मुझे ऐसा ही करते रहना पड़ेगा। आगामी सप्ताह में मेरे

  1. श्री स्विफ्ट मैकनीलने सहायक उपनिवेश-मंत्री श्री चर्चिलसे दिसम्बर ३, १९०६ को यह प्रश्न पूछा। सर हेनरी कॉटन और सर ऐडवर्ड कारसनने पूरक प्रश्न किये। श्री मार्लेसे भेंट करनेवाले शिष्टमण्डल के विषय में ऐसी ही चर्चाके सम्बन्ध में श्री हैरॉल्ड कॉक्सने भी एक पूरक प्रश्न किया।